Delhi News: दिल्ली में आप और बीजेपी के बीच जारी सिसायी घमासान के बीच सत्ताधारी पार्टी के नेता व विधायक दिलिप पांडे ने केंद्र को निशाने पर लिया. उन्होंने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से संविधान को दरकिनार कर जिस तरह से काम कर रही है, वो किसी से छुपी नहीं है. बीजेपी की सियासी बदनीयती को लोग भी जानते हैं. बीजेपी ने सभी पार्टियों को तोड़ने की कोशिश की. उसमें उन्हें सफलता भी मिली, लेकिन वो आम आदमी पार्टी को न तो तोड़ सके, न ही उसके नेताओं को खरीद सके. 


बीजेपी की सियासी अश्वमेघ यात्रा दिल्ली में आकर रुक गई. यही वजह है कि आप अब बीजेपी के निशाने पर है. आप ने उसके अश्वमेघ के घोड़े को दिल्ली में रोक दिया. साल 2013, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बुरी तरह से हराने का काम किया. उसके बाद साल 2022 में एमसीडी चुनावों में भी आप ने बीजेपी को 15 साल तक सत्ता में रहने के बाद एमसीडी से बेदखल कर दिया. यानी बीजेपी सभी तरह के सियासी हथकंडे अपनाने के बाद भी आप को तोड़ नहीं पाई. 


बीजेपी का आखिरी दांव


बीजेपी ने जब यह देख लिया कि आप को तोड़ना और खरीदना मुश्किल है, तो अब आधारविहीन आरोप लगाकर एक के बाद एक नेताओं को गिरफ्तार करने का काम जारी है. अब बीजेपी ने अपनी आखिरी आखिरी दांव चल दी है. बीजेपी की मंशा साफ है. उसकी मंशा को सभी जानते हैं. इसलिए ईडी  ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को दो नवंबर को पूछताछ में शामिल होने समन भेजा है. यानी बीजेपी ने तय कर लिया है कि वो आप को समाप्त कर ही दम लेगी. बीजेपी के कोशिश है वो आप के एक-एक नेता को गिरफ्तार कर ही दम लेंगे.


ED-CBI का इस्तेमाल


बीजेपी का आम आदमी पार्टी को खत्म करने के अलावा और कोई काम नहीं है. इतना ही नहीं, बीजेपी को जहां भी हार की संभावना दिखाई दे रही है वहां पर विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ बीजेपी ईडी और सीबीआई का खुलकर इस्तेमाल कर रही है. चाहे मामला झारखंड का हो या राजस्थान या ​कहीं और का. हर जगह एक ही तरह के मापदंड हैं. इसलिए हम बीजेपी के नेताओं से कहना चाहते हैं- 'जालिम से कह दो जेल की तादाद बढ़ा दे, जिंदा हैं अभी मुल्क में सच बोलने वाले.'