Delhi News: दिल्ली हाईकोर्ट ने यमुना नदी के तट पर छठ पूजा की अनुमति देने से बुधवार को इंकार कर दिया. हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आयी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार की विफलता जाहिर हुई है. उन्होंने कहा अदालत ने साफ कर दिया कि यमुना का जल साफ नहीं है.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नहाय खाय से शुरू हुई छठ पूजा के दूसरे दिन आज माताओं बहनों ने खरना पूजा की. छठ समितियां या छठ व्रतियों की चिंता कल दोपहर बाद से सूर्य देव को अर्घ्य देने की है. छठ घाट आज शाम तक भी तैयार नही हैं. पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ता सैकड़ों छठ समितियों से जुड़े हैं. फीडबैक है कि 600 से अधिक अस्थाई घाटों पर शाम तक भी पंडाल, टेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर आधा भी तैयार नहीं है. वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि यमुना किनारे के घाटों पर भी स्थिती बदहाल है.


छठ पूजा की अव्यवस्था पहले कभी नहीं देखी-बीजेपी


ठेकेदार छठ समितियों को टेंट, मेज़, तम्बू और कुर्सी देने को तैयार नहीं हैं. जगह जगह छठ समितियों की ठेकेदारों से झगड़े की नौबत आयी. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में दो दशक से छठ महोत्सव की व्यवस्था सरकारी स्तर पर होती है. इस वर्ष जैसी अव्यवस्था पहले कभी नहीं देखी गई.


दिल्ली में सैकड़ों पूर्वांचल बाहुल्य कॉलोनियों और गलियां हैं. दिल्ली नगर निगम की तरफ से कॉलोनियों और गलियों में आज शाम तक सफाई नहीं करायी गयी. उन्होंने कहा कि छठ महोत्सव समापन की ओर बढ़ रहा है. आतिशी सरकार छठ पूजा की तैयारियों में नाकाम साबित हुई है.


आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों ने छठ समितियों पर दबाव डाल कर राजनीति करने की कोशिश की. आज हाईकोर्ट में दिल्ली सरकार के दावों की पोल खुल गयी. वीरेंद्र  सचदेवा ने कहा कि श्रद्धालुओं को यमुना में स्वच्छ जल देने के दावे किये गये थे. 


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