Delhi News: दिल्ली की सियासी दिशा तय करने को लेकर बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में दिल्ली अध्यादेश विधेयक (Delhi Ordinance Bill) पेश कर दिया. उसके बाद से आम आदमी पार्टी बीजेपी के खिलाफ पहले से ज्यादा आक्रामक हो गई है. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने कहा कि इस मसमले पर बीजू जनता दल और वाईएसआर का समर्थन मिलने पर कहा कि भले ही ये दल बीजेपी को समर्थन करें, लेकिन वो इस बात को तय मानकर चलें कि बीजेपी मौका मिलते ही इन्हें तोड़ने में जरा भी पीछे नहीं रहेगी.
आप नेता और मंत्री सौरभ भारद्वाज कहते हैं, "ऐसी कई पार्टियां हैं जो संसद में बीजेपी की मदद करती रही हैं. इनमें बीजेडी, वाईएसआरसीपी और कई अन्य शामिल हैं. इन सभी पार्टियों की अपनी-अपनी राजनीति है, लेकिन जब भी मौका मिलेगा, बीजेपी इन्हें तोड़कर अपनी सरकार बनाने में पीछे नहीं हटेगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी कहते थे कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की आवश्यकता है, लेकिन 20 साल बाद वही पार्टी इस कदर से जनतंत्र के खिलाफ हो गई है कि आज वो कानून लाकर चुनी हुई सरकार को संविधान ने जो हक दिए हैं, उसे छीनने पर उतारू है.
हमारे पास राज्यसभा में पर्याप्त संख्या बल
इससे पहले आप नेता संजय सिंह ने दिल्ली अध्यादेश कानून लोकसभा में करने पर कहा है कि देश में संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. राज्यसभा में यह बिल गिर जाएगा. बीजू जनता दल प्रमुख और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक आज बीजेपी का साथ खडें हैं. उनको लोग देख रहे हैं. जब राज्यसभा में बिल आएगा तो बिल गिर जाएगा. संजय सिंह का दावा है कि राज्यसभा में विधेयक के विरोध में मतदान करने वाले दलों के पास पर्याप्त संख्या बल है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अध्यादेश विधेयक को सुप्रीम कोर्ट के फैसले, संविधान और देश के संघीय ढांचे के खिलाफ है.