Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह से जी20 शिखर सम्मेलन जारी है. सम्मेलन में शामिल दुनिया के प्रमुख राष्ट्र प्रमुखों की सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा जांच कड़ी कर दी है. शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल यानी प्रगति मैदान के आसपास बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की व्यवस्था है. नई दिल्ली और सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों की जांच तेज कर दी गई है. जी20 कार्यक्रम स्थल और नई दिल्ली जिले में सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए श्वान दस्ते तथा दूरबीनों से लैस घुड़सवार मोर्चे को भी तैनात किया गया है. नई दिल्ली जिले में भारी नाकेबंदी की गई है. साथ ही पुलिस सभी वाहनों और प्रवेश करने वालों के पहचानपत्रों की जांच कर रही है.
50 हजार पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात
शिखर सम्मेलन के कारण नई दिल्ली जिले को शुक्रवार सुबह पांच बजे से रविवार रात 11 बजकर 59 मिनट तक नियंत्रित क्षेत्र-एक के रूप में नामित किया गया है. पुलिस ने लोगों से सैर के लिए साइकिल चलाने या पिकनिक के लिए इंडिया गेट और कर्तव्य पथ पर नहीं जाने का आग्रह किया है. अधिकारियों ने कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान कड़ी निगरानी रखने के लिए श्वान दस्ते और घुड़सवार पुलिस के साथ 50,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है. दिल्ली पुलिस अधिकारियों के मुताबिक नई दिल्ली इलाके में दवाओं के अलावा ऑनलाइन डिलिवरी सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा. होटलों, अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के लिए हाउसकीपिंग, खानपान और अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़े वाहनों को भी सत्यापन के बाद आने-जाने की इजाजत है. राज निवास के अधिकारियों के अनुसार दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना शहर के पुलिस आयुक्त के साथ लगातार संपर्क में हैं. वो इस विशाल कार्यक्रम के लिए सुरक्षा हालात की निगरानी कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में लगभग 5 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कंट्रोल रूम से चौबीसों घंटे कानून व्यवस्था पर निगरानी रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि डाक एवं चिकित्सा सेवाओं जैसी आवश्यक सेवाओं और पैथोलॉजिकल लैब द्वारा नमूना संग्रह करने की अनुमति पूरी दिल्ली में होगी.
जानकारी के लिए हेल्प डेस्क का लें सहारा
दिल्ली पुलिस ने लोगों को हवाईअड्डे, रेलवे स्टेशन या बस टर्मिनल तक आने-जाने के लिए मार्ग सुझावों के संबंध में ‘जी-20 वर्चुअल हेल्प डेस्क’ पर उपलब्ध वास्तविक समय की यातायात जानकारी का पालन करने की सलाह दी है. रिंग रोड के अंदर के पूरे क्षेत्र को ‘‘विनियमित क्षेत्र’’ के रूप में नामित किया गया है. इसका मतलब यह है कि केवल वहां के निवासियों, अधिकृत वाहनों, आपातकालीन वाहनों और हवाई अड्डे, पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले लोगों को रिंग रोड से आगे नई दिल्ली जिले की ओर सड़क मार्ग पर जाने की अनुमति होगी.
इन सड़कों पर कल तक जाने की इजाजत नहीं
रविवार दोपहर दो बजे तक लगभग 16 सड़कों और जंक्शन को ‘‘नियंत्रित क्षेत्र-दो’’ माना जाएगा. इनमें डब्ल्यू-प्वाइंट, ए-प्वाइंट, डीडीयू मार्ग, विकास मार्ग (नोएडा लिंक रोड-पुस्ता रोड तक), बहादुर शाह जफर मार्ग और दिल्ली गेट शामिल हैं. सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों, अंतरराज्यीय बसों और दिल्ली परिवहन निगम एवं दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम की बसों को मथुरा रोड (आश्रम चौक से आगे), भैरों रोड, पुराना किला रोड और प्रगति मैदान सुरंग के अंदर आठ सितंबर आधी रात से 10 सितंबर रात 11 बजकर 59 मिनट तक जाने की अनुमति नहीं होगी. गाजीपुर बॉर्डर से आने वाली अंतरराज्यीय बसें आईएसबीटी सराय काले खां तक ही जाएंगी. जबकि अप्सरा बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, टिकेई बॉर्डर और सिंघू बॉर्डर से आने वाली बसें क्रमशः आईएसबीटी कश्मीरी गेट, आईएसबीटी सराय काले खां, आश्रम चौक, पीरागढ़ी चौक और मुकरबा चौक पर यात्रा समाप्त करेंगी.