Budget for Delhi Police: दिल्ली पुलिस के बजट में हुई बढ़ोतरी, जानिए पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए कितने करोड़ रुपये मिले
पिछले साल के मुकाबले इस साल दिल्ली पुलिस को ज्यादा बजट आवांटित किया गया है. इस साल दिल्ली पुलिस को 1701.03 करोड़ रुपये ज्यादा का बजट मिला है.
Budget for Delhi Police: केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को आम बजट पेश किया गया. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को टेक्निकली स्ट्रांग बनाने और पुलिस हाउसिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रति पुलिसकर्मियों का संतोष स्तर बढ़ाने के लिए इस वर्ष बजट (Budget) में बढ़ोतरी की गई है. दरअसल 2022-23 के केंद्रीय बजट में दिल्ली पुलिस को 10,355.29 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. पिछले साल के मुकाबले इस साल दिल्ली पुलिस को तकरीबन साढ़े 16 फीसदी अधिक बजट एलोकेट किया गया है. बता दे कि 2021-22 में बजट में दिल्ली पुलिस को 8,654.26 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे.
दिल्ली पुलिस को रूटिन मदों में खर्च के लिए दिए गए 9,808.39 करोड़ रुपये
बजट में दिल्ली पुलिस को स्थापना संबंधी व्यय के लिए 9,808.39 करोड़ रुपये दिए गए हैं. वहीं सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम की इंस्टॉलेशन, कानून व्यवस्था के आधुनिकीकरण के लिए एडवांस उपकरणों की खरीद, साइबर हाईवे और डिजिटल ट्रंकिंग रेडियो सिस्टम जैसी कम्यूनिकेशन सिस्टम के अपग्रेडिंग के लिए और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का कार्यान्वयन और पुलिसिंग के लिए विभिन्न प्रकार के वाहनों को शामिल करने हेतु 287 करोड़ रुपये दिए गए हैं.
दिल्ली पुलिस को हाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने के लिए मिले 259 करोड़ रुपये
कुल मिलाकर, 259 करोड़ रुपये खासतौर पर कार्यालय और आवासीय भवनों के निर्माण और सार्वजनिक-निजी भागीदारी मोड के तहत नए पुलिस मुख्यालयों के संचालन और रखरखाव के लिए पुलिस के बुनियादी ढांचे पर खर्च किए जाएंगे. वहीं पिछले वर्ष के बजट में, स्थापना संबंधी व्यय के लिए 8,100.2 करोड़ रुपये, संचार बुनियादी ढांचे के उन्नयन और विस्तार, उपकरणों के आधुनिकीकरण, यातायात संकेतों की स्थापना, प्रशिक्षण के उन्नयन और पुलिसिंग के लिए वाहनों की खरीद के लिए लगभग 237 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए थे.
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में ई-एफआईआर एप्लीकेशन सिस्टम शुरू किया है
गौरतलब है कि हाल ही में, दिल्ली पुलिस ने चोरी और सेंधमारी के मामलों के रजिस्ट्रेशन के लिए एक ई-एफआईआर एप्लीकेशन सिस्टम शुरू किया था. इस साल की शुरुआत में, ऑनलाइन सिटिजन सर्विस को अपग्रेड किया गया था और शिकायतकर्ताओं को ऑटोमैटिक जनरेटेड अपडेट भेजे गए थे. रविवार को कमिश्नर राकेश अस्थाना ने हिंदी वॉयस टाइपिंग वाला फोनेटिक कीबोर्ड भी लॉन्च किया. स्पीच-टू-टेक्स्ट फीचर को क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम के साथ सिंक किया गया है.
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