संसद (Parliament) के बजट सत्र (Budget Session) का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो रहा है. यह 8 अप्रैल तक चलेगा. देश के 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी (BJP) को मिली जीत के बाद यह सत्र आयोजित हो रहा है. इस जीत से बीजेपी के हौंसले बुलंद हैं. बजट सत्र के इस चरण के काफी हंगामेदार रहने की संभावना है. विपक्ष रूस-यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और महंगाई-बेरोजगारी जैसे सवालों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. बजट सत्र का पहला चरण 1 फरवरी से 11 फरवरी तक आयोजित किया गया था. 


बजट सत्र में क्या-क्या होगा


बजट सत्र के दूसरे चरण में कुल 19 बैठकें होंगी.दोनों सदनों की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी.पहले चरण में कार्यवाही के लिए रोजाना 5 घण्टे ही आवंटित किए गए थे.राज्यसभा को सत्र के दूसरे चरण में निर्धारित समय से 19 घंटे का ज्यादा समय मिलेगा.इस चरण में दोनों सदन कक्षों और दीर्घाओं का उपयोग किया जाएगा, जैसा कि पहले चरण में किया गया था.


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इस सत्र में सरकार की प्राथमिकता और चुनौती आम बजट और वित्त विधेयक को पारित करवाना होती है.विपक्ष महंगाई, बेरोज़गारी और यूक्रेन संकट से उपजी परिस्थितियों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा.इस सत्र में विपक्ष रूस-यूक्रेन युद्ध, यूक्रेन में फंसे भारतीय, बेरोजगारी, ऑपरेशन गंगा, कामगारों का मुद्दा, किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य को मुद्दा बना सकता है. 


जम्मू कश्मीर का बजट


बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जम्मू-कश्मीर के लिए बजट पेश करेंगी. इस पर भोजनावकाश के बाद चर्चा कराई जा सकती है. सरकार ने संविधान संशोधन (अनुसूचित जनजाति) आदेश बिल को भी लोकसभा में विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है. विदेशमंत्री एस जयशंकर इस सत्र में यूक्रेन के हालात और भारत के रुख पर बयान दे सकते हैं.


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बजट सत्र का दूसरा चरण उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव के बाद शुरू हो रहा है. इन चुनावों में बीचेपी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में शानदार जीत दर्ज की है. वहीं आम आदमी पार्टी ने पंजाब में ऐतिहासिक जीत हासिल की है. इससे सत्ता पक्ष के हौंसले बुलंद हैं.