Bulli Bai Controversy: दिल्ली पुलिस ने एक महिला पत्रकार की कथित रूप से छेड़छाड़ की गई तस्वीर को एक वेबसाइट पर अपलोड करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पत्रकार ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी और शिकायत की प्रति ट्विटर पर भी शेयर किया था. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मामला शनिवार रात दक्षिणपूर्व जिले के साइबर पुलिस थाने में दर्ज किया गया. मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 509 (शब्द, भाव या कृत्य से किसी महिला की गरिमा का अपमान करना) और 354ए (यौन उत्पीड़न और उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत दर्ज किया गया है.
'बुल्ली बाई' नाम का एक ग्रुप बना रहा है निशाना
पत्रकार का आरोप है कि अज्ञात लोगों का एक ग्रुप 'बुल्ली बाई' पोर्टल पर उन्हें निशाना बना रहा है. पुलिस ने कहा कि मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच जारी है. शिकायत के मुताबिक, एक ऑनलाइन न्यूज पोर्टल में काम करने वाली महिला ने उन लोगों के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने और जांच शुरू करने का अनुरोध किया, जो सोशल मीडिया पर 'मुस्लिम महिलाओं को परेशान और अपमानित करने' की कोशिश कर रहे हैं.'
महिला पत्रकार ने शिकायत में कहा, "मैं आज सुबह यह जानकर चौंक गई कि वेबसाइट/पोर्टल 'बुल्लीबाईडॉटगिटहबडॉटआईओ' (अब हटा दिया गया) में अनुचित, अस्वीकार्य और स्पष्ट रूप से भद्दे संदर्भ में मेरी छेड़छाड़ की गई एक तस्वीर थी. इस पर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, क्योंकि यह काम स्पष्ट रूप से मुझे और इसी तरह की अन्य स्वतंत्र महिलाओं एवं पत्रकारों को परेशान करने के लिए किया गया है."
पुलिस ने कहा- उचित कार्रवाई करने के दिए गए निर्देश
उन्होंने कहा कि मुझे लेकर किए गए उक्त ट्वीट के स्नैपशॉट (तस्वीर) के साथ-साथ अन्य ट्वीट के स्नैपशॉट भी मैं संलग्न कर रही हूं. 'बुली बाई' शब्द अपने आप में अपमानजनक है. इस वेबसाइट/पोर्टल की सामग्री का उद्देश्य स्पष्ट रूप से मुस्लिम महिलाओं का अपमान करना है क्योंकि अपमानजनक शब्द 'बुली' विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है. पूरी वेबसाइट देखकर ऐसा लगता है कि यह मुस्लिम महिलाओं को शर्मिंदा करने और उनका अपमान करने के इरादे से डिजाइन की गई है. दिल्ली पुलिस ने ट्विटर पर जवाब देते हुए कहा कि मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
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