CAA: 'सपना सच हो गया...', मजनू का टीला में रहने वाले भरत को मिली भारत की नागरिकता
CAA Citizenship: मजनू का टीला में रहने वाले भरत कुमार ने बताया कि वो जब भारत आए थे तो महज 13 साल के थे. उन्होंने कहा कि अब जाकर उनका सपना सच हो गया है.
CAA Rules: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के लिए नियम अधिसूचित होने के बाद बुधवार (15 मई) को पहली बार 14 लोगों को भारत की नागरिकता दी गई. इन 14 लोगों में दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रहने वाले पांच लोगों को भी सिटिजनशिप दी गई. नागरिकता मिलने के बाद इन लोगों ने खुशी का इजहार किया साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. आइए जानते हैं किसने क्या कहा.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आए 24 साल के भरत कुमार ने कहा कि उनका परिवार धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए भारत आया था. जब हम यहां आए तो मैं सिर्फ 13 साल का था. उन्होंने अपने शुरुआती वर्षों के जीवन के बारे में बात करते हुए बताया कि हमें पाकिस्तान छोड़ना पड़ा क्योंकि लगातार भय के तहत वहां रहना मुश्किल था. भरत ने कहा कि आज मेरा सपना सच हो गया है. इसके लिए मैं केंद्र सरकार का आभारी हूं.
'भारत में अब सम्मानजनक जिंदगी जी सकूंगा'
इसी तरह मजनू का टीला में ही रहने वाले शीतल दास का नाम भी उन 14 लोगों में शामिल है, जिन्हें आज सीएए के तहत भारतीय नागरिकता दी गई है. नागरिकता मिलने के बाद शीतल दास ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं. सरकार ने हमारी इच्छा पूरी कर दी है. अब मैं भारत में सम्मानजनक जीवन जी सकता हूं.
सिंध से आईं यशोदा को भी मिली नागरिकता
वहीं पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आईं यशोदा को भी आज भारतीय नागरिकता दी गई. सिटिजनशिप मिलने के बाद यशोदा ने कहा कि अब मैं एक भारतीय के रूप में सम्मानजनक जीवन जी सकती हूं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी भारतीय राष्ट्रीयता से उनके परिवार और बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा. भारतीय नागरिकता पाने का मेरा लंबा इंतजार अब खत्म हो गया है. मैं बहुत खुश हूं.
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