Delhi News: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी प्राइवेट ऑफिसों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं. वहीं अब तक जितने भी ऑफिस 50 फीसदी की क्षमता से चलाए जा रहे थे. अब उन सबको वर्क फ्रॉम होम करने की आदेश दिए गए है. इसके साथ ही डीडीएमए के आदेश के बाद अब सभी रेस्तरां को बंद कर दिया गया है, लोग टेक अवे ले जा सकते है.
कैट ने एलजी को लिखा पत्र
वहीं दिल्ली सरकार के इस आदेश के संबंध में कैट ( कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स) में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को एक पत्र लिखा और उनसे प्राइवेट ऑफिस को बंद करने के आदेश पर फिर से विचार करने के लिए कहा है. कैट के राष्ट्रीय सचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार को सभी प्राइवेट दफ्तरों को बंद करने के आदेश पर एक बार फिर से विचार करना चाहिए क्योंकि दिल्ली में तकरीबन तीन लाख से ज्यादा कार्यालय है, जो लाखों लोगों को रोजगार देते हैं और अगर वर्क फ्रॉम होम कर दिया जाएगा तो इससे उनके रोजगार और उनके व्यवसाय पर इसका असर पड़ेगा.
कोविड प्रोटोकॉल का करें पालन
कैट ने सरकार को सुझाव दिया कि सभी कार्यालयों को बंद करने की जगह उन्हें 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ चलाया जा सकता है और कोविड प्रोटोकॉल जैसे मास्क लगाना और उचित सामाजिक दूरी बनाने जैसे प्रोटोकॉल फॉलो किए जा सकते हैं.
छोटे कारोबारियों को होगी परेशानी
कैट के मुताबिक अगर वर्क फ्रॉम होम किया जाता है तो इससे व्यापारियों को काफी परेशानी होगी, क्योंकि वर्क फ्रॉम होम केवल वहीं किया जा सकता है जहां कार्यालय पूरी तरह से डिजिटल हों, लेकिन दिल्ली में बड़ी संख्या में ऐसे व्यापारी भी हैं जो अपने कार्यालयों के माध्यम से अपनी व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन करते हैं और वह अब तक डिजिटल मोड में नहीं है, ऐसे में उनपर वर्क फ्रॉम होम की नीति लागू नहीं हो पाएगा.
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