Delhi News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) को 300 करोड़ रुपये की रिश्वत के कथित रिलायंस जनरल इंश्योरेंस घोटाला मामले (Reliance Insurance Scam Case) में सीबीआई (CBI) शुक्रवार यानी 28 अप्रैल को उनके घर पहुंचकर पूछताछ कर सकती है. भ्रष्टाचार के इस मामले में सीबीआई ने एक साल पहले मामला दर्ज किया था. इस मामले में सीबीआई 6 राज्यों में पहले ही छापेमारी कर चुकी है. अब इसी मामले में सीबीआई ने एक सप्ताह पहले सत्यपाल मलिक को नोटिस जारी कर कथित बीता घोटाला मामले में कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं. इस मामले में सात महीने के अंदर दूसरी बार सीबीआई मलिक से आज पूछताछ कर सकती है.
सीबीआई ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल को भ्रष्टाचार के मामले में मिली शिकायत को लेकर ज्यादा जानकारी के लिए बुलाया था. सत्यपाल मलिक ने 27 और 28 अप्रैल को सीबीआई को समय दिया था. उन्होंने कहा था कि इन दोनों दिनों में कभी भी सीबीआई सत्यपाल मलिक से बातचीत कर सकती है. जेके के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि सीबीआई ने कुछ स्पष्टीकरण के लिए अकबर रोड गेस्ट हाउस में उन्हें आने के लिए कहा था. उस समय मलिक ने कहा था कि मैं राजस्थान जा रहा हूं. उन्होंने सीबीआई को 27 और 28 अप्रैल तक की तारीख सीबीआई को पूछताछ के लिए दी थी.
मलिक ने किया था इस बात का दावा
जम्मू-कश्मीर से हटाकर मेघालय का राज्यपाल बनाने के बाद सत्यपाल मलिक ने इस मामले को लेकर बड़ा दावा किया था. इस मामले में उन्होंने कहा था कि 23 अगस्त 2018 और 30 अक्टूबर 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी. उन्हें बताया गया था कि हर फाइल को पास करने के लिए उन्हें 150-150 करोड़ रुपए मिलेंगे.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने जम्मू-कश्मीर में किरु पनबिजली परियोजना और सरकारी कर्मचारियों के लिए चिकित्सा बीमा योजना के ठेके देने में भ्रष्टाचार को लेकर एक साल पहले दो एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई ने इस मामले में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस, ट्रिनिटी री-इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड और लोक सेवकों को इस मामले में आरोपी बनाया है. इस मामले में सीबीआई की जांच जारी तभी से जरी है. इस मामले में तीनों आरेापियों पर साशि और मिलीभगत से पदों और अन्य दुरुपयोग का आरोप है.