Delhi Weather Update: दिल्ली में मौसम का मिजाज बदलने का क्रम जारी है. अब दिन में गर्मी के बाद रात को ठंड लगने लगी है. रविवार की रात पहली बार लोगों को ठंड का अहसास हुआ. वहीं, दिल्ली में दो दिन के अंतराल के बाद रविवार को वायु गुणवत्ता फिर से बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई. ऐसा हवाओं के न चलने की वजह से हुआ. 


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार शाम चार बजे 355 दर्ज किया गया. जबकि शनिवार को यह 255 था. सीपीसीबी ने दिल्ली के 40 निगरानी केंद्रों में से 37 के आंकड़ों को साझा किया है. बवाना, बुराड़ी और जहांगीरपुरी में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई.
 
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और नोएडा में भी एक्यूआई बहुत खराब तथा फरीदाबाद और गुरुग्राम में खराब दर्ज की गई. सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रैप टू लागू है.  ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत आपातकालीन उपायों में वायु गुणवत्ता को चार चरणों लागू किया जाता है.


पहला एक्यूआई 201 से 300 होने पर  ‘खराब’, दूसरा चरण एक्यूआई 301 से 400 होने पर ‘बहुत खराब’, तीसरा चरण एक्यूआई 401 से 450 होने पर ‘गंभीर’ और चौथा चरण एक्यूआई 450 से ऊपर होने पर ‘गंभीर प्लस’ में वर्गीकृत है.


दिल्ली में फिर खराब हुई आबोहवा 


भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार दिल्ली में हवा की गति शून्य किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई. जबकि हवा की अनुकूल गति के कारण पिछले दो दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ से सुधरकर ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई थी.


सीपीसीबी के अनुसार रविवार को दिल्ली में प्रमुख प्रदूषक पीएम 10 और पीएम 2.5 चिन्हित किया गया. आंकड़ों के मुताबिक रविवार शाम पांच बजे पीएम 2.5 का स्तर 110.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया. पीएम 2.5 सूक्ष्म कण है जो श्वसन तंत्र में गहराई तक प्रवेश कर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है. पीएम 10 एक ऐसा कण है जिसका व्यास 10 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है. हवा में मौजूद ये छोटे ठोस या तरल कण सांस के साथ फेफड़ों में गहराई तक जा सकते हैं, जिससे दमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियां होने की आशंका रहती है.


अगले दो दिनों तक प्रदूषण का खतरा सबसे ज्यादा 


वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए केंद्र की निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार रविवार को दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले धुएं का सबसे बड़ा योगदान था, जो लगभग 13 प्रतिशत था. इसने भविष्यवाणी की है कि अगले दो दिनों तक वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन की हिस्सेदारी दिल्ली के प्रदूषण में सबसे अधिक रहेगी.  


तापमान औसत से ज्यादा


मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को शहर में आसमान साफ ​​रहने की संभावन है. सोमवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 20 डिग्री सेल्सियस और 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. आईएमडी के मुताबिक दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है. जबकि न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है. 


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