Haryana News: आस्था पर एक बार फिर मिलावट भारी पड़ी है. हरियाणा के सोनीपत (Sonepat) में नवरात्रों (Chaitra Navratri 2023) के पहले दिन ही मिलावट श्रद्धालुओं पर भारी पड़ता नजर आ रहा है. यहां कुट्टू का आटा खाने से 200 से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) का शिकार हो गए. इनमें से डेढ़ सौ से ज्यादा सोनीपत के नागरिक अस्पताल व कुछ लोग अलग-अलग निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं. वहीं पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के आला अधिकारियों ने मीडिया के कैमरे से दूरी बना ली है.
तस्वीरें देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कुट्टू का आटा खाने से सोनीपत में क्या हालात रहे होंगे. कुट्टू का आटा खाने से बीमारी की खबरें अक्सर सामने आती थीं, लेकिन सोनीपत से बीती देर रात जो खबर सामने आई उसने हड़कंप मचा दिया. सोनीपत का सिविल अस्पताल हो या निजी अस्पताल किसी भी जगह मरीजों के इलाज की जगह नहीं बची है. वहीं सभी मरीजों में एक ही बीमारी पाई गई है. सभी को कुट्टू का आटा खाने के बाद फूड पॉइजनिंग हुई है. नवरात्रों के पहले दिन ही श्रद्धालुओं ने कल शाम को कुट्टू के आटे की रोटी खाई थी, जिसके बाद देर रात सभी की तबीयत खराब होने लगी और सभी के परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे. सोनीपत के नागरिक हॉस्पिटल की बात की जाए तो यहां डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज इलाज के लिए पहुंचे हैं.
मरीजों ने क्या बताया
मरीजों के परिजनों से और मरीजों से बात की गई तो सभी ने बताया कि वह नवरात्रों के उपवास पर थे और कल शाम को किसी ने कुट्टू के आटे की रोटी खाई थी तो किसी ने कुट्टू के आटे से बनी हुई कोई और चीज खाई थी, जिसके बाद देर रात उनकी तबीयत खराब होने लगी और सुबह होते-होते उल्टी, दस्त और चक्कर आने की शिकायत थी. इसके बाद सभी सामान्य अस्पताल में और निजी अस्पतालों में पहुंचे. सबसे ज्यादा मरीज सोनीपत के नागरिक अस्पताल में दाखिल हुए हैं. वहीं डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज सोनीपत नागरिक हॉस्पिटल में आ चुके हैं और लगातार मरीजों का आना जारी है.
डॉक्टर ने क्या बताया
वहीं सोनीपत के नागरिक अस्पताल में तैनात डॉक्टर नमन का कहना है कि कुट्टू का आटा खाने से सभी मरीजों को फूड पॉइजनिंग हुआ है और डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज हॉस्पिटल में आ चुके हैं, सभी को एक ही शिकायत है. उन्हें उल्टी, दस्त और चक्कर आ रही है. सभी का इलाज चल रहा है.
नहीं हो रही कार्रवाई
वहीं तस्वीर यह साफ कर रही हैं कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जो दावे करते हैं कि मिलावटखोरों पर वह लगातार छापेमारी कर रहे हैं, लेकिन अगर मिलावट खोरी पर छापेमारी होती और सख्त कार्रवाई होती तो सोनीपत में ऐसे हालात न होते. बहरहाल देखना अब यही होगा कि कब तक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद टूटती है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती है.
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