Chaitra Navratri 2023: दिल्ली के मंदिरों में नहीं ले जा पाएंगे ये सामान, इन्फ्लूएंजा H3N2 और कोविड की वजह से नए नियम
Chaitra Navratri: दिल्ली के कालकाजी मंदिर में भव्य पूजा-अर्चना के बाद कपाट खोल दिये जायेंगे. संभावित भीड़ को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट की कमिटी वहां व्यवस्था की देखरेख करेगी.
Delhi News: राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश मे बुधवार 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) की शुरुआत हो रही है. इसके लिए जहां बाजारों में दुकानें हवन-पूजन और चुनरी-फल आदि सामग्री से सजी हैं तो वहीं माता का दरबार भी सज कर तैयार है. इस दौरान माता के मंदिरों में भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने और व्यवस्थाओं को बनाये रखने के कई उपाय किये गए हैं. इस बीच इन्फ्लूएंजा H3N2 और कोविड (Influenza H3N2 and Covid) के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ एहतियात भी बरते जा रहे हैं.
चुनरी और नारियल ले जाने पर होगा प्रतिबंध
बात करें झंडेवालान मंदिर की तो कल सुबह 4 बजे पहली आरती के बाद भक्तों के लिए कपाट खोल दिये जाएंगे. मंदिर में व्यवस्था बनाये रखने के लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से 2,500 पुरुष और 300 महिलाएं सेवादारी में रहेंगी. वहीं सुरक्षा के लिहाज से 170 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. कोविड और इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ मंदिरों में चुन्नी और नारियल जैसी चीजें ले जाने की इजाजत नहीं होगी. हर गेट पर सैनीटाईजर का इंतजाम रहेगा और श्रद्धालुओं को पैक्ड प्रसाद दिया जाएगा. 24 घंटे फ्री चाय की व्यवस्था रहेगी.
घट स्थापना के बाद भक्तों के लिए खुलेंगे कपाट
वहीं आद्यकात्यायनी शक्तिपीठ, छतरपुर में ग्रीन फील्ड स्कूल के बच्चों द्वारा ध्वजारोहण से नवरात्र शुरू होंगे. घट स्थापना के साथ रामायण का अखंड पाठ, सहस्त्रचंडी यज्ञ शुरू होगा. यहां 4,000 सेवक श्रद्धालुओं की सेवा में रहेंगे, जबकि कालकाजी मंदिर में भव्य पूजा-अर्चना के बाद भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिये जायेंगे. भक्तों की संभावित भीड़ को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट की कमिटी वहां की व्यवस्था की देखरेख करेगी. श्री वैष्णो दरवार नीलम माता मंदिर, मयूर विहार में भी घट स्थापना और अखंड ज्योति से शुभारंभ होगा. रोजाना सप्तचंडी पाठ, हवन, भंडारा और महिला संकीर्तन होगा. यहां वैष्णो देवी जैसी गुफा भक्तों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहेगी. सिद्ध शक्तिपीठ बालाजी धाम मंदिर, त्रिनगर में नवरात्र पर घट स्थापना और विक्रम संवत 2080 का भव्य शुभारंभ किया जाएगा. इसके बाद हर दिन हवन, भजन-कीर्तन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा.
इन मंदिरों में भी मनाई जाएगी नवरात्रि
हनुमान मंदिर लिंक रोड, करोल बाग, प्राचीन संन्यास आश्रम शिव हनुमान मंदिर, पंचकुइयां रोड, प्राचीन झारखंडी शिव मंदिर शाहदरा, दुर्गा मंदिर, डी ब्लॉक साकेत, विवेकानंद योगाश्रम खुरेजी, प्राचीन शिव मंदिर, संध्यापुरी संन्यास आश्रम आईजी स्टेडियम, चिंता हरण मंदिर मानस मार्ग, पटेल धाम चाणक्यपुरी, महागौरी मंदिर खजूरी खास कॉलोनी, राजमाता झंडेवालान मंदिर वेस्ट गोरखपार्क शाहदरा, पंचेश्वर मंदिर विकास मार्ग, सीताराम संत सेवा मंदिर, चंदू पार्क, जगतपुरी और अन्य मंदिरों में भी नवरात्र उत्साह से मनाए जाएंगे.