Delhi Election 2025: दिल्ली में व्यापारियों और उद्यमियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) अगले हफ्ते महापंचायत करेगा. महापंचायत में व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि और इंडस्ट्रियल एरिया के प्रमुख उद्यमी भी शामिल होंगे. माना जा रहा है कि महापंचायत में 500 से ज्यादा व्यापारिक संगठन विधानसभा चुनाव की दशा और दिशा तय करेंगे. सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि अगले हफ्ते व्यापारियों और उद्यमियों के विषयों पर चर्चा होगी.


दिल्ली में 56 औद्योगिक क्षेत्रों की अलग-अलग समस्याएं हैं. कहीं पर फ्री होल्ड की दिक्कत है, तो कहीं सर्कल रेट में विसंगति है. फैक्ट्री लाइसेंस को लेकर भी उद्यमी नाराज हैं. फायर एनओसी, सड़क, सीवर, पानी और महंगी बिजली का विषय जोर पकड़ रहा है.


बृजेश गोयल ने बताया कि मार्केट एसोसिएशन्स की भी मांग है. होटल-रेस्टोरेंट्स, बैंक्वेट इंडस्ट्री के अलग अलग मुद्दे हैं. महिला कारोबारियों को व्यापार की दिक्कतें हैं. सीटीआई महासचिव गुरमीत अरोड़ा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गर्ग ने बताया कि महापंचायत में 500 से अधिक व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि तमाम विषयों पर चर्चा कर एकराय बनाएंगे. व्यापारियों की महापंचायत को राजनीति से दूर रखा गया है.


व्यापारियों की महापंचायत में बनेगी रणनीति


किसी भी नेता को महापंचायत में शामिल होने का निमंत्रण सीटीआई ने नहीं भेजा है. व्यापार की समस्याओं को एक राय होकर राजनीतिक दलों के सामने उठाया जाएगा. महापंचायत में कश्मीरी गेट मार्केट, मोरी गेट, चांदनी चौक, खारी बावली, गांधी नगर, सरोजनी नगर, चावड़ी बाजार, सदर बाजार, भागीरथ प्लेस, लाजपत नगर, खान मार्केट, कनोट प्लेस, कमला नगर आदि बड़े बड़े बाजारों के व्यापारी संगठन शामिल होंगे. 


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