AAP पार्षद कुलदीप कुमार को SC ने घोषित किया चंडीगढ़ का मेयर तो सीएम केजरीवाल बोले- गरीब घर का लड़का...
30 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजे आए थे. इस चुनाव में बीजेपी के मनोज सोनकर ने जीत दर्ज की. इसमें आप और कांग्रेस ने धांधली के आरोप लगाए और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा.
Chandigarh Mayor Election 2024: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (20 फरवरी) को अहम फैसला सुनाते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद कुलदीप कुमार को चंडीगढ़ का मेयर घोषित किया. इस फैसले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''कुलदीप कुमार एक गरीब घर का लड़का है. INDIA गठबंधन की ओर से चंडीगढ़ का मेयर बनने पर बहुत बहुत बधाई. ये केवल भारतीय जनतंत्र और माननीय सुप्रीम कोर्ट की वजह से संभव हुआ. हमें किसी भी हालत में अपने जनतंत्र और स्वायत्त संस्थाओं की निष्पक्षता को बचाकर रखना है.''
कुलदीप कुमार एक गरीब घर का लड़का है। INDIA गठबंधन की ओर से चंडीगढ़ का मेयर बनने पर बहुत बहुत बधाई। ये केवल भारतीय जनतंत्र और माननीय सुप्रीम कोर्ट की वजह से संभव हुआ। हमें किसी भी हालत में अपने जनतंत्र और स्वायत्त संस्थाओं की निष्पक्षता को बचाकर रखना है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 20, 2024
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आख़िरकार सत्य की जीत हुई. चंडीगढ़ में मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. पीठासीन अधिकारी द्वारा खारिज किए गए 8 वोटों को सही ठहराते हुए CJI ने AAP के कुलदीप कुमार को मेयर घोषित किया. बीजेपी द्वारा सरेआम की गई गुंडागर्दी का उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिला है. लोकतंत्र की इस बड़ी जीत पर चंडीगढ़वासियों को बहुत-बहुत बधाई.
राघव चड्ढा का बयान
AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि सत्यमेव जयते! आज माननीय सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय ने भारत में लोकतंत्र के स्तम्भ - स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की रक्षा की है. माननीय सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में 8 'अमान्य' मतपत्रों को वैध मानकर पुनर्मतगणना का निर्देश देने के बाद AAP मेयर उम्मीदवार को विजेता घोषित किया. ये निर्णय भारत के लोकतंत्र की जीत है, जनता के वोट की ताकत की जीत है.
बता दें कि 30 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजे आए थे. इस चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार मनोज सोनकर ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 16 वोट मिले. उन्होंने आप और कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को हराया. कुमार को 12 वोट मिले थे.
चुनाव के दौरान पीठासीन अधिकारी रहे अनिल मसीह ने आठ वोटों को अवैध घोषित कर दिया. इसी के साथ बवाल शुरू हुआ. आप और कांग्रेस ने वीडियो जारी कर धांधली के आरोप लगाए. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. अब सुप्रीम कोर्ट ने आठ वोट को वैध करार दिया.