दिल्ली के चांदनी चौक में 80 लाख लूट के आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, CCTV फुटेज ने खोले एक-एक राज
Delhi 80 Lakh Loot: चांदनी चौक में 80 लाख की लूट के मामले को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया है. इजरायली AI तकनीक FRS की मदद से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने पहले रेकी की थी.

Chandni Chowk 80 Lakh Loot: नई दिल्ली के चांदनी चौक में 80 लाख की सनसनीखेज लूट के मामले को उत्तरी जिला पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया है. इस केस में इजरायली AI तकनीक FRS ने अहम भूमिका निभाई, जिससे आरोपी की पहचान करना आसान हुआ. पुलिस ने इजरायली फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS) की मदद से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान दरियागंज के समीर (19) और मोहम्मद अली (21) के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक, मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद अली ही था, जिसने चांदनी चौक के कारोबारियों की मुखबिरी की थी. CCTV फुटेज में वह साफ नजर आया, जिसके बाद इजरायली तकनीक ने मिनटों में उसकी पहचान कर दी.
500 CCTV फुटेज ने खोला राज
डीसीपी नॉर्थ राजा बांठिया के मुताबिक, घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से लेकर संभावित रूट के 500 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें पता चला कि आरोपी दरियागंज का रहने वाला है और पहले भी गिरफ्तार हो चुका है. वह कूचा महाजनी इलाके में काम कर चुका था और वहां पैसों के लेन-देन की पूरी जानकारी रखता था. वारदात के बाद आरोपी बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.
टेक्नोलॉजी ने दिखाया कमाल
डीसीपी ने बताया कि 17 मार्च की शाम 80 लाख की लूट हुई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. बदमाशों ने फायरिंग भी की थी. इस मामले में तीन टीमों ने अलग-अलग एंगल से जांच शुरू की. एक फुटेज में नीली शर्ट और नीली टोपी पहने एक संदिग्ध पीड़ित का पीछा करता दिखा.
वह एक अन्य के इशारे पर काम कर रहा था, जिसे कूचा घासी राम और हैदर कुली के बाहर देखा गया था. एक टीम ने हमलावर का पीछा करना शुरू कर दिया, जो फतेहपुरी मस्जिद की ओर भागा था, जबकि दूसरी टीम ने दूसरे को ट्रैक किया जो स्कूटी पर सवार हो कर लाल किला की ओर भागा था. रात भर की मेहनत के बाद संदिग्ध की स्पष्ट तस्वीर हांसिल की गई. जिसके बाद इजरायली FRS टेक्नोलॉजी ने महज चंद मिनटों में आरोपी की पूरी कुंडली खोल कर रख दी. पहले दरियागंज से मोहम्मद अली को पकड़ा गया, जिससे पूछताछ के बाद उसके साथी समीर को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
पहले रेकी, फिर लूट
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने वारदात से दो दिन पहले इलाके की रेकी की थी. उन्होंने पीड़ित को इस आधार पर पहचाना कि वह खाली हाथ आया था लेकिन बाद में एक बैग लेकर निकला. पीछा करते हुए मौका मिलते ही लूट को अंजाम दिया. लूट के 80 लाख में से 79.50 लाख रुपये बरामद हो चुके हैं, साथ ही वारदात में इस्तेमाल पिस्टल भी जब्त कर ली गई है.
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