INDIA Name Change Row: इंडिया का नाम Bharat करने से देश को मिलेगी वैश्विक पहचान, बीजेपी नेता का दावा- 'ऋग्वेद, महाभारत में है इसका जिक्र'
INDIA vs Bharat Controversy: बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा का कहना है कि भारत शब्द देश के ऐतिहासिक सार का प्रतिनिधित्व करता है. भारत भूमि ज्ञान, बुद्धिमत्ता और आध्यात्मिक मूल्यों का प्रतीक है.
Delhi News: जी20 सम्मेलन के निमंत्रण पत्र में इंडिया (INDIA) की जगह भारत शब्द का जिक्र करने के बाद से इस मसले पर सियासी दलों के बीच विवाद जारी है. इस बीच बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा (Pravesh Verma) ने एक बार फिर भारत (Bharat) शब्द को देश स्थायी नाम बनाने की सरकार से अपील की है. उन्होंने ये भी कहा कि हमने काफी समय पहले सदन में प्राइवेट मेंबर बिल लाकर संविधान संशोधन के जरिए इंडिया की जगह भारत करने की मांग की थी.
बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने संसद में पेश प्राइवेट मेंबर बिल की कॉपी सभी से साझा करते हुए कहा, —एक राष्ट्र के रूप में भारत के पास एक समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत है, जो हजारों साल पुरानी है. "भारत" नाम प्राचीन काल से ही हमारी पहचान का अभिन्न अंग रहा है. यह नाम अभी भी अस्तित्व में है. इस नाम का अपना अलग ऐतिहासिक महत्व है. यह हमारी सांस्कृति की जड़ों, विरासत और मूल्यों का प्रतीक भी है.
Bharat नाम ज्ञान, बुद्धिमत्ता का प्रतीक
पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा का कहना है कि प्राइवेट मेंबर बिल इस बात पर जोर देता है कि देश के सविंधान के अनुच्छेद एक में संशोधन के माध्यम से इंडिया का नाम बदलकर "भारत" किया जाए. ऐसा कर उसके ऐतिहासिक पहचान को फिर से स्थापित करने में मदद मिलेगी. उन्होंने दावा किया कि भारत के संविधान में वर्णित भारत शब्द का उल्लेख विभिन्न प्राचीन ग्रंथों जैसे ऋग्वेद और महाभारत में भी मिलता है. यह हमारे देश के ऐतिहासिक सार का प्रतिनिधित्व करता है. भारत एक ऐसी भूमि का प्रतीक है जो ज्ञान, बुद्धिमत्ता और आध्यात्मिक मूल्यों को संजोती है।
राष्ट्र के रूप में वैश्चिक पहचान को बढ़ावा मिलेगा
बीजेपी सांसद का कहना है कि भारत शब्द हमारे नागरिकों के बीच गौरव और एकता की भावना को फिर से जगाएगा. हमारी साझी विरासत को न केवल मजबूत करेगा बल्कि विविधताओं से भरपूर विभिन्न समुदायों के बीच एकता की भावना को मजबूत करेगा. इससे क्षेत्रीय और भाषाई बाधाओं को पार करना आसान होगा. खास बात यह है कि भारत हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की पवित्रता और विविधता में एकता को स्थापित करता है. ऐसा करना भारत राष्ट्र की आधारशिला साबित होगी. वैसे भी भारत नाम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैकल्पिक रूप में मान्यता प्राप्त है. भारत शब्द को आधिकारिक तौर पर अपनाकर भारत की वैश्विक मंचों पर एकीकृत पहचान, भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को बढ़ावा मिलेगा.
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