(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
छठ के पर्व पर नेताओं को फिर सताने लगी यमुना की चिंता, एक्सपर्ट बोले- केमिकल का छिड़काव महज लीपा-पोती
Chemical Spray In Yamuna: एबीपी न्यूज़ की टीम जब आज यमुना कालिंदी बैराज पहुंची तो दिल्ली जल बोर्ड की टीम यहां मौजूद थी. छठ से पहले यहां केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है.
Chemical Spray In Yamuna: दिल्ली में छठ पूजा (Chhath Puja) के नजदीक आते ही सियासत भी गरमा गई है. इसकी सबसे बड़ी वजह छठ घाट और यमुना का प्रदूषण है. कालिंदी कुंज बैराज में यमुना के पानी के ऊपर सफेद झाग सालों से देखा जा रहा है. हालांकि, इसे लेकर कई कदम उठाए जाते रहे हैं. झाग को खत्म करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड डिपार्टमेंट की तरफ से एक केमिकल का छिड़काव इस झाग पर किया जा रहा है, जिसे लेकर अब सियासत तेज हो गई है.
एबीपी न्यूज़ की टीम जब आज यमुना कालिंदी बैराज पहुंची तो दिल्ली जल बोर्ड की टीम वहां मौजूद थी और अलग-अलग नाव में कई सारे कर्मचारी सवार थे. यह कर्मचारी केमिकल का छिड़काव पानी के ऊपर बने झाग पर कर रहे थे. यहां मौजूद कुछ युवाओं ने बताया कि वह पिछले एक साल से ज्यादा वक़्त से कालिंदी बैराज पर आते हैं और यमुना का किनारा साफ करते हैं. हर हफ्ते यह पूरी टीम आकर यहां साफ-सफाई का काम करती है.
केमिकल से बेहतर हुआ पानी
इस ग्रुप के लोगों का कहना है कि हम हर हफ्ते आते हैं और सफाई करते हैं. पिछले दो-तीन दिनों से एमसीडी के लोग यहां पर है और जमुना नदी यानी कि जो पानी के ऊपर झाग है उस पर केमिकल छिड़ककर उसको खत्म कर रहे हैं, जिससे पानी काफी बेहतर हुआ है और केमिकल का कोई बुरा असर नहीं दिख रहा है. इसके बाद यमुना पहले से साफ भी नजर आ रही है.
टेंपरेरी सॉल्यूशन है केमिकल
इसे लेकर एबीपी न्यूज की टीम ने दिल्ली जल बोर्ड के ट्रीटमेंट एंड क्वालिटी कंट्रोल डायरेक्टर संजय शर्मा से भी बात की. उन्होंने बताया कि इस केमिकल का नाम पॉलीऑक्सी प्रोपिलीन है, जो सिलिको हाइजन से बना है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह सिर्फ एक टेंपरेरी सॉल्यूशन है. इससे कुछ वक़्त के लिए ही झाग गायब होता है. यह कोई ठोस कदम नहीं है. इस बात को खुद जल बोर्ड के डायरेक्टर ने माना है. उन्होंने कहा के इसके लिए कोई ठोस कदम पर हम तैयारी कर रहे हैं और अगले साल तक इसको हम जरूर पूरा करेंगे.
सरकार कर ही प्रदूषण छिपाने का काम
इसके बाद इस पूरे मामले को लेकर एबीपी न्यूज ने एनवायरमेंटलिस्ट और एक्सपर्ट मनु सिंह से बात की. उन्होंने एबीपी न्यूज़ को बताया कि यह प्रदूषण को हटाने की जगह उसको छिपाने का काम किया जा रहा है. पानी की गंदगी इस केमिकल से नहीं जाएगी. केवल झाग दिखना बंद होगा. छठ के नजदीक होने पर यह सब काम जल्दबाजी में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को केवल वोट लेना है. ठोस कदम नहीं उठाने हैं. सिर्फ 2 प्रतिषत यमुना दिल्ली से गुजरती है और उसका 79 प्रतिशत प्रदूषण यही से होता है.