Delhi Chhath Puja 2023 News: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) ने यमुना स्थित छठ (Chhath Puja 2023) घाट का दौरा करने के बाद छठ महापर्व पर ड्राई डे की अपनी मांग को एक बार फिर दुहराया. उन्होंने एलजी और दिल्ली सरकार से मांग की है कि छठ पर्व पर ड्राई डे की घोषणा की जाए. दिल्ली कांग्रेस ने उपराज्यपाल विनय सक्सेना को एक ज्ञापन भी सौंपा था.
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली की जनता प्रदूषण का डबल कहर झेल रही है, एक तरफ जहां हवा पूरी तरह दूषित हो रही है, वहीं सरकार की नकामियों के कारण यमुना का पानी पूरी तरह विषैला हो गया है. बड़े-बड़े विज्ञापन और बजट आंवटन के बावजूद सरकार ने तो राजधानी में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कोई सकारात्मक योजना बना पाई और न ही यमुना के पानी में घुलते जहर पर कोई नियंत्रण कर पाई है.
लाखों दिल्लीवासी अपने गांव जाने को मजबूर
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली सरकार की नाकामी और जनता के प्रति बेरुखी के कारण पूर्वाचंल श्रद्धालु प्रदूषित पानी में छठ माता की अराधना करने को मजबूर हैं. छठ पर्व से पूर्व जनता सरकार की तैयारियों से असंतुष्ट है. सरकार की नाकामियां के कारण लाखों दिल्लीवासी पलायन कर अपने गांव में जाकर छठ पर्व मनाने को मजबूर हैं.
छठ की तैयारी में आप सरकार विफल
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आने वाले 4 से 5 दिन बाद छठ महापर्व है. सरकार ने इसकी तैयारियों को लेकर सिंचाई विभाग को कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं. न ही अभी तक जल बोर्ड द्वारा कृत्रिम घाट बनाकर उनमें पानी की व्यवस्था की गई है. दिल्ली सरकार ने यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए हरियाणा सरकार से भी कोई बात नहीं की. ताकि पूर्वाचंल के लोग स्वच्छ पानी में पूजा अर्चना कर सकें. दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम दोनों राजधानी में छठ पर्व सफाई व्यवस्था दुरस्त करने में विफल रही हैं.
हरियाणा से पानी की भी नहीं की मांग
कांग्रेस ने अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि जब दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी, छठ से 10 दिन पहले ही संबंधित विभागों के साथ एसडीएम और उपायुक्तों को उचित व्यवस्था करने के निर्देश जारी कर दिए जाते थे. हरियाणा सरकार से अनुरोध करके समय से यमुना में पानी छुडवाया जाता था. हर साल दिल्ली सरकार के मंत्री किश्ती में खड़े होकर फोटो तो खिचवाते हैं, पंरतु छठ महापर्व की तैयारियों को दुरस्त करने के लिए कोई पर्याप्त कार्यवाही नही करते हैं, जबकि छठ पूजा समिति अपने स्तर पर घाटों में प्रबंध कर रही है.