Delhi News: दिल्ली में छठ पूजा (Chhath Puja) के लिए 900 से अधिक घाट (Ghat) तैयार किए गए हैं. यह जानकारी दिल्ली (Delhi) के मंत्री सौरभ भारद्वाज  (Saurabh Bhardwaj) ने मंगलवार को दी. सौरभ भारद्वाज ने बताया कि श्रद्धालुओं को टेंट, लाइट, साउंड और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. बता दें कि लोक आस्था के महापर्व छठ चार दिवसीय त्योहार है जिसमें व्रती दो दिन उपवास रखते हैं और जबकि दो दिन सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं. पहले दिन अस्ताचलगामी सूर्य को और दूसरे दिन उगते हुए सूर्य़ को अर्घ्य दिया जाता है. व्रत की शुरुआत 17 नवंबर से हो रही है. 


मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम चाहते हैं कि श्रद्धालुओं को अच्छा अनुभव मिले. उन्होंने कहा कि सभी को आनंद के साथ सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए और छठी मैया का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए. छठ पूजा दिवाली के छह दिन बाद मनाई जाती है. मुख्य रूप से यह त्योहार बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में मनाई जाती है. इन तीनों राज्यों के लोग दूसरे राज्यों और विदेशों में भी यह त्योहार मनाते हैं. राजधानी दिल्ली के विभिन्न घाटों में दो दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. 


इस वजह से अस्थायी घाट में छठ मनाने को मजबूर दिल्लीवासी
उधर, दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले श्रद्धालु हर साल अर्घ्य देने के लिए यमुना के तट पर जुटते हैं लेकिन नदी में प्रदूषण और झाग अक्सर उनके लिए जोखिम पैदा कर देते हैं. ऐसे में कई परिवार पार्कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर इसे मनाते हैं जहां अस्थायी घाट तैयार किया जाता है और इसमें पानी भरा जाता है. वहीं, बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा मनाने के लिए दिल्ली से अपने गृह शहरों की तरफ भी रुख करते हैं. दिवाली के समापन के बाद ही रेलवे स्टेशनों पर ऐसे यात्रियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है लेकिन अपेक्षा के अनुरूप ट्रेनों की संख्या न होने या आरक्षण न होने के कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.


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