JNU News Latest: दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में सोमवार (28 अक्टूबर) की रात एक बार फिर यूजीएमबी बैठक के दौरान एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच जोरदार झड़प की सूचना है. विवाद की शुरुआत 'भगवान राम और सावरकर' पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर हुई. एबीवीपी ने लेफ्ट छात्र संगठनों से जुड़े एक छात्र के बयान पर सख्त ऐतराज जताया, जिसको लेकर विवाद बढ़ने के बाद दोनों वैचारिक समूह से जुड़े छात्र संगठनों के झड़प हुई.
दरअसल, 28 अक्टूबर को यूजीएमबी (University general body meeting ) इंटरनल कंप्लेंट कमेटी (IIC ) के गठन को लेकर बैठक आयोजित की गई थी. जेएनयू यूजीबीएम के दौरान लेफ्ट और एबीवीपी छात्र संगठनों के बीच अलग-अलग मसलों पर बहस हुई, लेकिन एक छात्र ने ऐसा बयान दे दिया, जिसको लेकर विवाद मारपीट में तब्दील हो गई.
चुप रहो! नजीब की तरह गायब हो जाओगे
वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े छात्रों ने आरोप लगाया है कि जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ (JNUSU) के संयुक्त सचिव साजिद को एबीवीपी वालों ने धमकी दी कि चुप रहो, नहीं तो नजीब की तरह गायब कर दिए जाओगे. वहीं, JNUSU छात्र संघ के प्रेसिडेंट धनंजय का आरोप है कि एबीवीपी के छात्रों ने उन्हें नीच बोला. दरअसल, धनंजय दलित वर्ग से आते हैं.
एबीवीपी ने लगाए ये आरोप
एबीवीपी से जुड़ों छात्रों का आरोप है कि भाषण के दौरान एक लेफ्ट सदस्य ने कहा कि "...सावरकर और राम एबीवीपी कार्यकर्ताओं के आदर्श हैं."
8 साल से गायब है नजीब
यूपी के बदायूं निवासी नजीब अहमद जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में एमएससी बायोटेक्नोलॉजी में दाखिला लेकर वैज्ञानिक बनना चाहता था. 14 अक्तूबर 2016 की रात कैंपस स्थित हॉस्टल में नजीब अहमद और कुछ छात्रों के बीच मारपीट हुई. 15 अक्तूबर को माही-मांडवी हॉस्टल से नजीब अहमद अचानक लापता हो गया. 17 अक्तूबर को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने परिजनों के साथ दिल्ली पुलिस में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई. अब आठ साल बाद भी उसके बारे में किसी के पास कोई सूचना नहीं है.