Delhi: दिल्ली में उपराज्यपाल और सीएम की मौजूदगी में होगा भारत के पहले मैदानी संग्रहालय का उद्घाटन, ये हैं विशेषताएं
Delhi: आईटीओ स्थित शहीदी पार्क में देश का पहला बाह्य संग्रहालय बनाया गया है. इसमें देश की धरोहरों, संस्कृतियों और मूल्यों को प्रदर्शित करने वाली प्रतिकृतियों की स्थापना की गई है.
Delhi News: दिल्ली (Delhi) के आईटीओ (ITO) स्थित शहीदी पार्क में देश का पहला बाह्य संग्रहालय बनाया गया है, जिसका आज दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत अन्य गणमान्यों की मौजूदगी में उद्घाटन होने जा रहा है. दिल्ली नगर निगम द्वारा विकसित किए गए इस पार्क को 'वेस्ट टू वंडर थीम' के तहत बनाया गया है. इसमें देश की धरोहरों, संस्कृतियों और मूल्यों को प्रदर्शित करने वाली प्रतिकृतियां की स्थापना की गई है.
इस पार्क को देश के उन वीरों और प्रसिद्ध शख्शियत को समर्पित किया गया है, जिहोंने देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता के लिए विभिन्न कालखंडों में अपनी जान तक कुर्बान कर दी. पार्क में उन महान शख्सियतों की मूर्तियों को भी स्थापित किया गया है. 4.5 एकड़ में फैला यह पार्क देश की विविधताओं और विशेषताओं को प्रदर्शित करने वाले आकर्षण से भरा हुआ है, जो देश के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हैं. इसमें सुंदर रूपण, स्मारक और स्थापनाएं हैं जो महत्वपूर्ण घटनाओं, प्रमुख व्यक्तियों और ऐतिहासिक कालों का प्रतिष्ठान करते हैं, जो हमारे देश को आकार देते हैं.
'वेस्ट टू वंडर थीम' के तहत विकिसत किया गया पार्क
बता दें कि इस पार्क को दिल्ली नगर निगम द्वारा'वेस्ट टू वंडर थीम' पहल के तहत 15 करोड़ की लागत से आईटीओ स्थित शहीदी पार्क पर विकसित किया गया है. इसे नगर निगम द्वारा इकट्ठा किए गए विभिन्न कबाड़ों जैसे पुराने ट्रक, कार, बिजली के स्तंभ, पाइप, कोणीय लोहे और रिक्शा आदि का उपयोग करके बनाया गया है. पार्क में लगी मूर्तियों का निर्माण महज 6 महीनों में किया गया है, जिसे 10 उत्कृष्ट कलाकारों के साथ 700 कारीगरों ने मिलकर बनाया है. मूर्तियों को बनाने में लगभग 250 टन स्क्रैप का उपयोग किया गया है. पार्क में 93 टूडी मूर्तियों और 20 थ्रीडी मूर्तियों सहित 9 सेट और 3 गैलरी विकसित की गई है.
देगा देश के गौरवशाली इतिहास की जानकारी
वहीं पार्क की सुंदरता बढ़ाने के लिए चंपा, कचनार, फाइकस एसपीपी, सिंगोनियम आदि के लगभग 56 हजार पेड़ और झाड़ियां लगाई गई हैं. यहां मूर्तियों के माध्यम से भारत के गौरवशाली इतिहास को प्रदर्शित किया गया है. वहीं पार्क की हरियाली, अलंकृत उद्यान और सुरक्षित मार्ग संरचना आगंतुकों को शांतिपूर्ण और ध्यान योग्य वातावरण प्रदान करते हैं. इसके अलावा यह पार्क, देश की स्वतंत्रता और प्रगति की यात्रा को लेकर लोगों को जानकार भी बनाता है. जो निश्चित ही पार्क में आने वाले लोगों के भीतर देशभक्ति और गर्व की भावना बढ़ाएगा.
यहां पर ऐतिहासिक और शैक्षिक महत्व के अलावा, पार्क में विभिन्न प्रकार की मनोरंजन सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं. पार्क में आने वाले लोगों के लिए स्मृति चिन्ह की दुकान और भोजन कियोस्क लगाए गए हैं.