CM Arvind Kejriwal On PM Degree: दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इस देश में पीएम पढ़े-लिखे होने चाहिए, क्योंकि उनको दिन में कई फैसले लेने होते हैं, नहीं तो अफसर गुमराह कर सकता है. प्रधानमंत्री की शिक्षा को लेकर लोगों का संशय और बढ़ गया है. प्रधानमंत्री की डिग्री क्यों नहीं दिखाई जा रही है. पूरे देश के सामने यह प्रश्न है. 21वीं सदी के भारत के सामने यह सवाल है.


सीएम केजरीवाल ने कहा, "गुजरात हाईकोर्ट का आर्डर आया कि देश के लोग पीएम की शिक्षा के बारे में जानकारी नहीं ले सकते, इससे देश स्तब्ध है. लोकतंत्र में जानकारी मांगने की आजादी होनी चाहिए. किसी का भी अनपढ़ होना कोई गुनाह या पाप नहीं है. देश में गरीबी की वजह से बहुत लोगों को शिक्षा नही मिल पाती. मैंने ये जानकारी क्यों मांगी? 75 सालों में देश उस तरह तरक्की नहीं कर पाया, जैसे करनी थी. देश तेजी से तरक्की करना चाहता है."



'संदेह होता है कि क्या प्रधानमंत्री पढ़े लिखे हैं'


मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "उनका बयान आया कि नाली के गैस से चाय बनाई जा सकती है. बादलों के पीछे हवाई जहाज को रडार नहीं पकड़ सकेगा. पढ़ा-लिखा आदमी ऐसी बात नहीं करेगा. ऐसे लगता है कि उन्हें विज्ञान की कितनी कम जानकारी है. कनाडा में उन्होंने a+b को लेकर जो कहा वो सबने देखा, उन्होंने बच्चों से कहा कि क्लाइमेट चेंज कुछ नहीं है, जबकि यह हकीकत है, वहां बच्चे हंस रहे थे, ऐसे में संदेह होता है कि क्या प्रधानमंत्री पढ़े लिखे हैं."


पीएम को एक दिन में सैकड़ों फैसले लेने होते हैं- केजरीवाल


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को एक ही दिन में सैकड़ों फैसले लेने होते हैं, अगर वे पढ़े नहीं होंगे तो अधिकारी उनसे कहीं भी दस्तखत करा लेंगे. जैसे नोटबंदी हुई, जीएसटी लागू हुआ, इनसे अर्थव्यस्था का बेड़ा गर्क हुआ, कृषि कानून ऐसे ही लाए गए. पिछले कुछ साल में साठ हजार स्कूल बंद कर दिए गए, यानी शिक्षा को तवज्जो नहीं दी जा रही है. अनपढ़ देश कैसे तरक्की करेगा.



सीएम बोले- पीएम की शिक्षा को लेकर और संशय बढ़ा


दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट के ऑर्डर ने प्रधानमंत्री के शिक्षा को लेकर और संशय बढ़ा दिया है. अगर डिग्री है और सही है तो दिखाई क्यों नहीं जा रही है, कुछ समय पहले अमित शाह ने एक डिग्री दिखाई थी. यह हो सकता है कि अहंकार में नहीं दिखा रहे हों. जनता के मन में दूसरा यह सवाल है कि हो सकता है डिग्री फर्जी हो. अगर प्रधानमंत्री दिल्ली या गुजरात यूनिवर्सिटी से पढ़े तो इन्हें तो सेलिब्रेट करना चाहिए. आज का सवाल यही है कि क्या 21वीं सदी के प्रधानमंत्री को पढ़ा लिखा नहीं होना चाहिए.


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