Delhi Road Safety Meeting: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को सड़क सुरक्षा को लेकर एक समीक्षा बैठक की. इस बैठक में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot), मुख्य सचिव नरेश कुमार (Naresh Kumar), परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा (Ashish Kundra) और एक आईआईटी (IIT) विशेषज्ञ ने भाग लिया. सीएम केजरीवाल की सड़क सुरक्षा को लेकर हुई समीक्षा बैठक में कई मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा और फैसले लिए गए. इसमें वाहनों की गति सीमा को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई, ताकि शहर की सड़कों पर कोई दुर्घटना न हो और लोग सुरक्षित रहें.
बैठक में जो फैसले लिए गए उनमें बस-लेन एनफोर्समेंट, फरिश्ते स्कीम के प्रभाव का विश्लेषण, 100 स्कूलों पर सेफ्टी जोन का विकास, जीरो टॉलरेंस लेन और वाहनों की गति सीमा शामिल हैं. इस बैठक के संंबंध में सीएम केजरीवाल और मंत्री कैलाश गहलोत ने भी ट्वीट किया. गौरतलब है कि शिक्षा विभाग दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास है और उनके गिरफ्तार होने के बाद केजरीवाल सरकार के सामने चुनौती खड़ी हो गई है. इस बीच सीएम केजरीवाल ने मीटिंग कर 100 स्कूलों पर सेफ्टी जोन के विकास को लेकर फैसला लिया तो दूसरी ओर मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है.
बस लेन एनफोर्समेंट का क्या है उद्देश्य?
बता दें कि दिल्ली में सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए केजरीवाल सरकार ने पिछले साल एक अप्रैल से बस लेन एनफोर्समेंट अभियान शुरू किया था. इसका उद्देश्य रोड सेफ्टी के साथ ही लोगों को भीड़ से भी राहत दिलाने का था. इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी किया गया था. वहीं अक्टूबर 2019 में फरिश्ते स्कीम को केजरीवाल सरकार ने शुरू किया था. यह योजना लोगों को सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हुए व्यक्तियों को बचाने के लिए प्रोत्साहित करती है. इसके अलावा सड़क हादसों से स्कूली बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए स्कूल जोन रोड सेफ्टी पोर्टल की शुरुआत की गई थी, जिसका और विकास होना है.
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