Delhi: दिल्ली के CM केजरीवाल ने LG विनय सक्सेना से की मुलाकात, 45 मिनट चली मीटिंग
CM Arvind Kejriwal meeting with LG: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल विनय सक्सेना से मिलने पहुंचे. दोनों के बीच ये मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली.
Delhi Ordinance Row: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) उपराज्यपाल विनय सक्सेना ( LG Vinai Saxena) से मिलने पहुंचे. एलजी और सीएम दोनों के बीच ये मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली. इस मुलाकात के बाद सीएम केजरीवाल बिना मीडिया से कोई बातचीत किए निकल गए. संसद में दिल्ली सर्विसेस से जुड़े बिल टेबल होने की खबरों के बीच ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है. दिल्ली अध्यादेश पर बिल आज ही संसद में पेश होने वाला था, लेकिन सदन की कार्यवाही आज स्थगित हो गई है. दिल्ली के अध्यादेश को कानून बनने से रोकने के लिए अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर समर्थन जुटा रहे थे.
अरविंद केजरीवाल की LG विनय सक्सेना के साथ अहम बैठक
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा है कि दिल्ली में जमीन, कानून व्यवस्था और पुलिस को छोड़कर सभी चीजों पर दिल्ली की चुनी हुई सरकार का ही अधिकार होगा, लेकिन केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर इस फैसले को ही पलट कर रख दिया. 31 अगस्त यानी आज इस अध्यादेश को बिल के रूप में केंद्र सरकार राज्यसभा में पेश करने वाली थी, लेकिन सदन में भारी हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही स्थगित हो गई है. इस बीच दिल्ली सीएम केजरीवाल का LG विनय सक्सेना से मिलना अहम साबित हो सकता है.
बिल पास होना सही- कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित
जहां एक तरफ अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) उपराज्यपाल विनय सक्सेना से मिलने पहुंचे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और 'आप' में इसको लेकर बयानबाजी भी शुरू हो गई है. दिल्ली अध्यादेश बिल पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि, 'लोकसभा में बीजेपी के पास बहुमत है, ये बिल सदन में पास होना चाहिए. ये बिल दिल्ली की स्थिति के मुताबिक है. अगर आप दिल्ली को शक्तियां देना चाहते हैं तो ये पूर्ण राज्य बनाया जाना चाहिए. मेरी राय में इस बिल का विरोध करना गलत है.'
संदीप दीक्षित के बयान पर पलटवार करते हुए आप नेता व दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि, जब कांग्रेस नेतृत्व ने इस बिल (दिल्ली अध्यादेश बिल) का विरोध करने का फैसला किया है, तो संदीप दीक्षित का इस पर कुछ भी कहना कोई मायने नहीं रखता.
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