Delhi Budget Session 2023: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव (Confidence Motion) रखा. सीएम ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहती थी लेकिन 20 फीसदी विधायकों वाला क्राइटीरिया वो पूरा नहीं कर पाये. इसलिये वो प्रस्ताव नहीं रख पाये. लेकिन हम चाहते हैं कि विश्वास प्रस्ताव सदन में रखा जाये ताकि सदन का विश्वास सरकार पर बना रहे.


सीएम केजरीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए कहा, ‘‘ हमें पता चला कि विपक्षी सदस्य हमारे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहते हैं. अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए सदन के 20 प्रतिशत सदस्यों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है. दिल्ली विधानसभा में 70 सदस्य हैं यानी 14 सदस्यों के हस्ताक्षर की जरूरत है.’’


'दिल्ली की जनता को अपनी चुनी हुई सरकार पर दृढ़ विश्वास'


मुख्यमंत्री ने दावा किया कि विपक्षी सदस्य 14 विधायकों का समर्थन हासिल नहीं कर पाए. उन्होंने कहा, ‘‘ उन्होंने, उन्हें धमकाया, प्रलोभन दिया, लेकिन कुछ काम नहीं आया. फिर उन्होंने यह विचार छोड़ दिया.’’ सीएम ने कहा, ‘‘ इसके जवाब में, मैं विश्वास प्रस्ताव पेश कर रहा हूं.’’ मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों के विधायकों से इसमें हिस्सा लेने और अपने मु्द्दे उठाने को भी कहा. इसके अलावा सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता को अपनी चुनी हुई सरकार पर दृढ़ विश्वास है. विपक्ष की साजिशें जनता के उस विश्वास को हिला नहीं सकती.


सौरभ भारद्वाज बोले- ऑपरेशन लोटस फिर से फेल


वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, "बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने पर प्रस्ताव रखा, मीडिया बुला कर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. नियम अनुसार क्या बीजेपी के पास विधानसभा का 1/5 यानी 14 MLA थे? बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व बताए- विधायक खरीद रहे थे क्या? आप विधायकों को डरा रहे थे? ऑपरेशन लोटस फिर से फेल"


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