दिल्ली के मुख्यमंत्री बुधवार को गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे. सीएम केजरीवाल ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में साइलेंट रिवॉल्यूशन चल रहा है. यहां का छात्र नौकरी लेने वाला नहीं बल्कि देने वाला बन रहा है. इससे पहले देश के युवाओं को उद्यमिता के बारे में सोचने की अनुमति नहीं मिलती थी.
अब दिल्ली की सरकार में सरकारी स्कूलों में बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम को बड़ी सफलता मिली है. जिसे विश्वविद्यालय स्तर पर भी लागू किया जाना चाहिए ताकि जब युवा उद्यमी कॉलेज में प्रवेश करें, तो उन्हें अपने व्यवसाय पर काम करने को मिले. सीएम ने कहा अब देश में शिक्षण प्रक्रिया में बदलाव की जरूरत है.
सीएम ने कहा कि किसी भी छात्र को बिना करियर कार्यक्रम के विश्वविद्यालय नहीं छोड़ना चाहिए. जब वे अपनी डिग्री के साथ बाहर निकलते हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि जीवन में क्या करना है. हमें अपने समाज को आगे ले जाने के लिए व्यवस्था को बदलने के लिए एक साथ आना चाहिए. अगर मैं कोई बिजनेस करना चाहता हूं, तो मेरी सरकार को बाधाओं को जोड़ने के बजाय इसे और आगे ले जाने में मेरी सहायता करनी चाहिए.
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल भी पहुंचे. अनिल बैजल गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के चांसलर हैं. इस कार्यक्रम में उन्होंने छात्रों से कहा अपना समय वहां खर्च करें जिसमें आप भावुक हैं. क्योंकि ज्ञान हर जगह हो सकता है सिर्फ कक्षाओं में ही नहीं.
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