Delhi News: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने तिमारपुर झील का मुआयना किया, इस दौरान उन्होंने झील के आसपास वृक्षारोपण भी किया. ट्वीट कर उन्होंने कहा कि तिमारपुर झील की जगह पर पहले बहुत गंदगी हुआ करती थी, अक्सर लोगों के साथ आपराधिक घटनाएं हो जाती थीं, यहां बैठकर लोग नशीले पदार्थों का सेवन करते थे. अब इस जगह को साफ सुथरा कर लोगों के लिए सुंदर झील बनी गई ताकि वो झील में बोटिंग कर सकें. इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि पूरी दिल्ली में ऐसी कई झीलें विकसित की जा रही हैं. दिल्ली अब झीलों का शहर बन रहा है.'
'दिल्ली में कम हुआ प्रदूषण का स्तर'
पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले आठ वर्ष में विकास की गति धीमी नहीं पड़ी है लेकिन प्रदूषण का स्तर का स्तर जरूर कम हो गया है. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर त्यागराज स्टेडियम में एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि शहर में 2016 के मुकाबले 2022 में पीएम 2.5 और पीएम 10 दोनों का स्तर ‘‘30 प्रतिशत तक गिर गया है.’’ उन्होंने कहा कि जब भी विकास होता है तो पेड़ों को काटने, सड़क निर्माण, धूल उड़ने समेत अन्य वजहों से प्रदूषण भी होता है. केजरीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली में पिछले आठ वर्ष में विकास की गति कम नहीं हुई है. स्कूलों, अस्पतालों तथा फ्लाईओवरों का निर्माण किया जा रहा है लेकिन इस अवधि में प्रदूषण का स्तर जरूर कम हो गया है.’’
'शहर में पेक्षों का क्षेत्र बढ़कर हुआ 23 प्रतिशत'
आंकड़े साझा करते हुए उन्होंने कहा कि 2016 में प्रदूषण का स्तर 26 दिन तक ‘बहुत खराब’ रहा जब शहर ‘‘गैस चैम्बर के समान’’ बन गया था. उन्होंने कहा कि 2022 में ऐसे दिन केवल छह थे. उन्होंने कहा कि 2016 में प्रदूषण का स्तर 109 दिन तक ‘‘आसमान साफ रहने के साथ खराब श्रेणी’’ में था और ‘बाहर हवा काफी अच्छी’’ दर्ज की गयी थी जबकि 2022 में ऐसे दिन 163 थे. केजरीवाल ने कहा कि शहर में 2013 में वृक्ष आच्छादन प्रतिशत (कुल भूमि क्षेत्र का) 20 फीसदी था जो आज बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया है.
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