Chhath Puja 2024 News: दिल्ली में छठ पूजा पर बड़ी संख्या में लोग छठी मैया की पूजा करते हैं. दिल्ली सरकार भी छठ पूजा की तैयारियों पर काफी काम करती है. कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुमान के हिसाब से देश भर में तकरीबन 12 हजार करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान है. इस दौरान कपड़े, फल, फूल, सब्जी, साड़ियों और मिट्टी के चूल्हे सहित छोटे उत्पादों का बड़ा व्यापार होता है. 


कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार देश भर में छठ पूजा में लगभग 15 करोड़ से अधिक लोग शामिल होंगे, जिनमें स्त्री, पुरुष, युवा और बच्चे शामिल हैं.


इन राज्यों के लोग बड़े पैमाने पर मनाते हैं छठ 


दरअसल, छठ पूजा भारत की लोक संस्कृति का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है, जो बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में बड़े जोर-शोर से मनाया जाता है.


कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया ने बताया कि इन सभी राज्यों में पूर्वांचल के लोग बड़ी संख्या में काम करते हुए अपनी आजीविका अर्जित करते हैं. यह भारत की संस्कृति एवं सभ्यता है कि जहां छठ पूजा के दौरान उगते सूर्य के साथ पहले डूबते सूर्य की पूजा की जाती है. यह इस बात का प्रतीक है कि उगते के साथ तो सब होते हैं, लेकिन भारत के लोग डूबते सूर्य का भी सहारा बनते हैं. 


बड़े पैमाने होता है कारोबार 


छठ पूजा त्यौहार में इस्तेमाल में आने वाली सामग्रियों जैसे बांस के सूप, केले के पत्ते, गन्ना, मिठाई, फल और सब्जियों में विशेष रूप से नारियल, सेब, केला और हरी सब्जियां शामिल हैं. 
 
छठ महापर्व के दौरान इन सभी चीजों की बिक्री खूब होती है. छठ पूजा के अवसर पर महिलाओं के पारंपरिक परिधानों जैसे साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार कुर्ता और पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती आदि की बड़ी खरीदारी लोग करते हैं. इससे स्थानीय व्यापारियों का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है. साथ ही एमएमएमई से जुड़ी इंडस्ट्रियल इकाइयों को मजबूती मिली है. 


बीजेपी सांसद ने क्या कहा?


कैट के जनरल सेक्रेटरी और बीजेपी एमपी प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि छठ पूजा केवल एक धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है जो सामाजिक एकता और समर्पण का प्रतीक है. इससे व्यापार और स्थानीय उत्पादकों को भी सीधा लाभ पहुंचता है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को और मजबूत करेगा. छठ पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाले अधिकांश उत्पाद बड़े पैमाने पर स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों द्वारा बनाए जाते हैं.


AAP के खिलाफ BJP ने खोला मोर्चा, वीरेंद्र सचदेवा का CM आतिशी से सवाल- 'बस मार्शल्स...'