Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव में कई मतदान केंद्रों से ऐसी खबर आई जहां पर मतदाताओं ने वोटर लिस्ट से अपने नाम गायब होने की सूचना दी. वैसे इस मामले को और हवा तब मिली जब कांग्रेस पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी का भी मतदाता सूची से नाम गायब रहा. जिसकी वजह से वह दिल्ली नगर निगम में वोट नहीं दे पाए. कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली सरकार की आम आदमी पार्टी और बीजेपी पर मतदाता सूची से लाखों वोटरों के नाम गायब करवाने का आरोप लगाया है. राज्य चुनाव आयोग को कांग्रेस प्रतिनिधियों ने मामले की जानकारी देते हुए जांच की अपील की है.
कांग्रेस पार्टी ने लगाया चुनाव में धांधली का आरोप
इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार आप और बीजेपी पर हमलावर हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अनुज आत्रेय ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि "बड़ी सोची समझी साजिश के तहत कांग्रेस पार्टी के लाखों वोटरों का मतदाता सूची से नाम गायब करा दिया गया. इसमें सीधे-सीधे दिल्ली सरकार में बैठी आम आदमी पार्टी और बीजेपी की भी भूमिका है. जिन क्षेत्रों वार्डों में हमारे प्रत्याशियों अच्छी तरह चुनाव लड़ रहे थे, खास तौर पर वहां कांग्रेस पार्टी के प्रभाव को कम करने की नियत से वोटरों का नाम मतदाता सूची से गायब करवा दिया गया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी का नाम मतदाता सूची में ना होना है. उनके परिवार से पत्नी को छोड़कर अन्य सदस्य का भी नाम मतदाता सूची में नहीं रहा. इस मामले पर राज्य चुनाव आयोग से शिकायत की गई है और आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को यह मामला सौंप दिया है."
एग्जिट पोल में पिछड़ी कांग्रेस
दिल्ली एमसीडी में साइलेंट प्रचार का दावा कर रही कांग्रेस पार्टी ज्यादातर एग्जिट पोल में 250 में से 10 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है. वहीं 2017 एमसीडी वोट प्रतिशत के अनुसार भी कांग्रेस पार्टी को 2022 MCD चुनाव में भारी नुकसान होता दिखाई दे रहा है. ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी के इस आरोप के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए इस आरोप पर देखना होगा कि निर्वाचन अधिकारियों द्वारा क्या रिपोर्ट सामने आती है.
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