Constitution Day 2021: केंद्र सरकार के संविधान दिवस मनाने पर अधीर रंजन चौधरी का तंज, कहा- 'भूत के मुंह से राम का नाम अच्छा नहीं लगता'
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इन्होंने आज़ादी के लिए क्या किया? अंग्रेजी हुकूमत की मदद की थी जिससे आज़ाद हिंदुस्तान न बन पाए. आज उन्हीं के द्वारा अंबेडकर की बात सुनी जा रही है.
![Constitution Day 2021: केंद्र सरकार के संविधान दिवस मनाने पर अधीर रंजन चौधरी का तंज, कहा- 'भूत के मुंह से राम का नाम अच्छा नहीं लगता' Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury taunt on celebrating Constitution Day of the PM Modi government Constitution Day 2021: केंद्र सरकार के संविधान दिवस मनाने पर अधीर रंजन चौधरी का तंज, कहा- 'भूत के मुंह से राम का नाम अच्छा नहीं लगता'](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/23/cf6faba2af6971f1baff31a26314537d_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Constitution Day 2021: देश में आज 71वां संविधान दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष सभा को संबोधित किया. हालांकि कांग्रेस समेत 14 दलों ने इस समारोह का बहिष्कार किया. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी की केंद्र सरकार द्वारा संविधान दिवस मनाए जाने पर तंज कसा है. पार्टी के अधीर रंजन चौधरी ने इस पर चुटकी ली है.
अधीर रंजन चौधरी ने कसा तंज
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "इन्होंने आज़ादी के लिए क्या किया? अंग्रेजी हुकूमत की मदद की थी जिससे आज़ाद हिंदुस्तान न बन पाए. आज उन्हीं के द्वारा अंबेडकर की बात सुनी जा रही है. यह भूत के मुंह से राम का नाम अच्छा नहीं लगता."
पीएम मोदी ने साधा निशाना
वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां.
'परिवारवाद से लोकतंत्र को खतरा'
पीएम मोदी ने आगे कहा, "योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है. लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है. संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं. जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं."
ये भी पढ़ें
Constitution Day: सीएम हेमंत सोरेन ने दी शुभकामनाएं, कहा- शोषितों, वंचितों की आवाज है संविधान
Jharkhand: अजीम प्रेमजी ने झारखंड में जताई निवेश की इच्छा, सीएम हेमंत सोरेन ने कही बड़ी बात
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)