Anil Chaudhary Attacks On AAP: दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इन दिनों लगातार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर हैं. उनका कोई भी बयान आते ही विपक्षी नेता हमलावर हो जाते हैं. अब सीएम केजरीवाल के बयान 'हमें महिला सुरक्षा को जन आंदोलन बनाना पड़ेगा' को लेकर दिल्ली कांग्रेस (Delhi Congress) के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा है कि निर्भया कांड (Nirbhaya Kand) का सहारा लेकर दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने वाले केजरीवाल ने महिला सुरक्षा का आश्वासन दिया था, लेकिन उन्होंने बीते 9 सालों में महिलाओं के सशक्तीकरण और उनकी सुरक्षा को लेकर किया कुछ भी नहीं है.


अनिल चौधरी ने आगे कहा, "सीएम केजरीवाल के कार्यकाल में महिला उत्पीड़न, छेड़छाड़, यौन शोषण, छीना-झपटी और घरेलू हिंसा के मामले काफी बढ़ गए हैं और इसकी साक्षी पुलिस डिपार्टमेंट और दिल्ली में असुरक्षित महसूस कर रही महिलाएं हैं." उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल महिलाओं को सम्मान देने का सिर्फ दिखावा करते हैं, जो उन्हीं के कथन 'आज भी परिवार में लड़कियों को अहमियत नहीं मिलती है' से साफ उजागर होता है.


'आप सरकार ने सकारात्मक कदम नहीं उठाए'


कांग्रेस नेता ने कहा कि अपने कार्यकाल में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लड़कियों की शिक्षा, व्यक्तित्व विकास और आजादी के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए हैं. इस वजह से सीएम केजरीवाल लड़के और लड़कियों में शिक्षा के भेदभाव का बयान ऐसे मंच पर देते हैं, जहां महिलाओं का सम्मान हो रहा होता है.


अनिल चौधरी ने लगाया ये आरोप


उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि महिला सुरक्षा पर असंवेदनशील रवैया अपनाते हुए सीएम केजरीवाल ने कांग्रेस सरकार की ओर से शुरू की गई महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर को भी बंद कर दिया. साथ ही लड़कियों के लिए शुरू की गई लाडली योजना को भी समाप्त कर दिया. उन्होंने बताया कि निर्भया कांड के बाद महिला सुरक्षा के लिए आवंटित 390 करोड़ में से सिर्फ पांच प्रतिशत रकम को खर्च करना महिला सुरक्षा के प्रति केजरीवाल का असली चेहरा को उजागर करता है.


9 साल में सिर्फ दो महिलाओं को बनाया मंत्री- चौधरी


दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 9 साल के कार्यकाल में केजरीवाल ने 49 दिन की सरकार में राखी बिड़ला को मंत्री बनाने के बाद किसी महिला को मंत्री नही बनाया था. अब जब मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन जेल में बंद हैं, तो उन्होंने आतिशी को मजबूरन मंत्री बनाया है. वहीं केजरीवाल के दो मंत्री सोमनाथ भारती और संदीप कुमार को घरेलू हिंसा के कारण मंत्री पद छोड़ना पड़ा, जबकि मनोज कुमार और अमनातुल्लाह खान पर भी घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के आरोप साबित हुए हैं.


छात्रों की पढ़ाई हो रही है प्रभावित


वहीं केजरीवाल के शिक्षा मॉडल पर बोलते हुए अनिल चौधरी ने कहा कि उस शिक्षा पद्धति का परिणाम ये है कि शिक्षा-शराब मंत्री जेल में हैं. दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षा का 4 हिस्सों में वर्गीकरण करके छात्र वर्गों में बंट गए हैं, केवल 10 प्रतिशत छात्र ही भविष्य में कुछ करने की राह पर है, लेकिन सरकारी स्कूलों टीचर्स की कमी के कारण उनकी भी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर निचले पायदान पर पहुंच चुका है.


सीसीटीवी कैमरों में भी घोटाले का लगाया आरोप


अनिल चौधरी ने कहा कि केजरीवाल सरकार सीसीटीवी कैमरे, बसों में मार्शल और महिला सशक्तिकरण की दिशा में पूरी तरह विफल रही है, जबकि सीसीटीवी घोटाला दिल्ली की जनता के सामने है. सीसीटीवी कैमरों के खराब और सड़कों पर पर्याप्त लाइट के खंबे नहीं होने के कारण महिलाओं के साथ अपराध अधिक बढे़ हैं, जिस पर केजरीवाल के पास कोई जवाब नहीं है.


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