Rahul Gandhi Tweet on Constitution Day: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संविधान दिवस की शुभकामानएं देते हुए शुक्रवार को कहा कि यह सबकी जिम्मेदारी है कि संविधान सिर्फ कागज न बनकर रह जाए. उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘न्याय व अधिकार सबके लिए एक समान होने चाहिए, ताकि संविधान सिर्फ़ काग़ज़ ना बन जाए- ये हम सबकी ज़िम्मेदारी है. देश के संविधान दिवस पर सभी को शुभकामनाएं.’’



वहीं आज संविधान दिवस के मौके पर सेंट्रल हॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन दिया. सबसे पहले उन्होंने राष्ट्रपित महात्मा गांधी और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर उन्होंने विपक्षी पार्टी के संविधान दिवस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर पीएम मोदी ने कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि यह विरोध आज से नहीं हो रहा है.


उन्होंने कहा ''भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां. योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है. लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है."


आपको बता दें कि संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है, क्योंकि 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था. संविधान दिवस की शुरुआत 2015 से की गई थी. भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था.


ये भी पढ़ें-


Constitution Day Ceremony: परिवारवाद पर PM मोदी का हमला, कहा- खुद लोकतांत्रिक कैरेक्टर खोने वाले दल लोकतंत्र की रक्षा कैसे करेंगे


Constitution Day: संविधान दिवस पर पीएम मोदी ने कहा- निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता