Delhi Excise Policy Case: नई शराब नीति घोटाला (Delhi Liquor Policy Scam) मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की CBI द्वारा की गयी गिरफ्तारी के बाद अब भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने चारों ओर से आप पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. दोनों पार्टियों के नेता लगातार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.


विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले से सलाखों के पीछे स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन और अब उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मंत्रिमंडल से हटाने के बजाय उनकी ढाल बनकर खड़े हैं. उन्होंने का कि इन नेताओं ने दिल्ली की जनता के भरोसे को तोड़ा है. दोनों प्रमुख विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अन्य मुद्दे पर आप ने दिल्ली की सत्ता हासिल तो कर ली पर दिल्ली वासियों को सुविधा मुहैया नहीं करा पाये. उलटा लोगों को नशे का आदी बनाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. 


'आम आदमी पार्टी दिल्ली के लिए बन गयी बीमारी'
एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन विक्रम लोहिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार पहले से ही बोल रही थी कि मनीष सिसोदिया गिरफ्तार होंगे और ऐसा ही हुआ और अब गिरफ्तारी की बारी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के सामने एक ईमानदार पार्टी का डंका पीटते आयी है.


विक्रम लोहिया ने कहा कि उन्होंने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को बदनाम करने के लिए भ्रष्टाचारी कैंपेन चलाया. कई हजार पन्नों की चार्जशीट बनाकर दिल्ली की जनता के बीच घूम-घूमकर बदनाम करते रहे और आज उनकी पार्टी के ही मंत्री दिल्ली से लेकर पंजाब तक भ्रष्ट हैं और उन्हें जेल भी हो रही है, लेकिन फिर भी मंत्री पद से हटाना तो दूर केजरीवाल उल्टा उनको बचाने के लिए ढाल बनकर खड़े हैं. लोहिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार का भ्रष्टाचारी चेहरा दिल्ली की जनता के सामने आ गया है और अब दिल्ली की जनता आने वाले समय में जरूर इनका फैसला करेगी.


'केजरीवाल को न्यायापालिका पर भरोसा रखना चाहिए'
कांग्रेस नेता कहा कि ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा मनीष सिसोदिया को ईमानदार बताने को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि जब दिल्ली MCD में मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव नहीं हो रहा था तब वे कोर्ट में गए और कोर्ट द्वारा दिए फैसले का सम्मान करते हुए MCD में अपनी सरकार बनाई. अब वही कोर्ट आप के दोनों मंत्री की ईमानदारी का फैसला करेगी तो अब क्यों परेशान हो रहे हैं? जब कोर्ट का एक आदेश जो उनके अनुसार रहा, वो सही है, तो कोर्ट आगे सिसोदिया पर जो फैसला देगी उसे भी सही मानना चाहिए. हम सब को हमारे संविधान और न्यायापालिका पर भरोसा रखना चाहिए.


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