AAP के अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर कांग्रेस बोली, 'हमने पहले ही...'
Delhi News: आम आदमी पार्टी ने 6 जून को पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई थी. इस बैठक के बाद ऐलान किया गया कि दिल्ली में आप अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी. इस पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी.
Delhi Assembly Elections News: दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने फैसला किया है कि विधानसभा का चुनाव बिना कांग्रेस के साथ गठबंधन किए लड़ेगी. इस पर अब कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं है. हमने पहले ही साफ किया था कि ये गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है.
पवन खेड़ा ने कहा, "उनकी रणनीति तो हमें नहीं मालूम की क्या होगी. जब इंडिया गठबंधन बना तब ही आम आदमी पार्टी के विषय में हमने साफ कहा था. मुझे याद है, मैंने भी कहा था कि यह सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन है. रही बात दोनों मिलकर लड़े फिर भी नतीजे अच्छे नहीं रहे तो हम प्रदेश इकाई से चर्चा कर रहे हैं. एक-एक बूथ का, एक-एक ब्लॉक का, एक-एक जिले की हमारे यहां रिपोर्ट बन रही है. फिर उस पर हम चर्चा करेंगे."
मंत्री गोपाल राय ने क्या कहा था?
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने गुरुवार (6 जून) को कहा था कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए है और संकेत दिया कि शहर में सत्तारूढ़ पार्टी अगले साल यहां होने वाले विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पार्टी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक के बाद, राय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक को पूरा समर्थन दिया. इंडिया ब्लॉक केवल लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए था.
उन्होंने आगे कहा कि कई पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा था और AAP भी इसका हिस्सा थी. उन्होंने कहा, ''फिलहाल, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कोई गठबंधन नहीं है. गुरुवार को बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि लोकसभा चुनाव में लोगों का जनादेश तानाशाही के खिलाफ था. हमने सबसे प्रतिकूल परिस्थितियों में चुनाव लड़ा. सभी सीटों पर जीत का अंतर कम हो गया है. सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप कार्यकर्ताओं में निराशा थी, लेकिन पार्टी कठिन परिस्थितियों में भी एकजुट रही और तानाशाही के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ी''.
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