CPI Supports Atishis Paani Satyagraha: दिल्ली में उत्पन्न हुए गहरे जल संकट का अब तक समाधान नहीं हो पाया है. इस बीच आम आदमी पार्टी और बीजेपी पानी को लेकर तनातनी जरूर बढ़ गयी है. जहां दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिश पानी के संकट को लेकर अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठी हुई हैं और यह लगातार तीसरे दिन भी जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ पानी को लेकर बीजेपी आप की दिल्ली सरकार और जल मंत्री आतिशी पर लगातार हमलावर बनी हुई है. इस बीच आतिशी के इस पानी सत्याग्रह को इंडिया गठबंधन के घटक दलों का भी समर्थन मिलता नजर आ रहा है.


आतिशी के इस पानी सत्याग्रह में उनका समर्थन में और उनका साथ देने के लिए बीते शनिवार को सीपीआई के महासचिव डी. राजा, जंगपुरा के भोगल में चल रहे सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे. उनके अलावा गुजरात और महाराष्ट्र से गोपाल इटालिया समेत ‘‘आप’’ के कई वरिष्ठ नेता भी वहां पहुंच कर आतिशी के सत्याग्रह में शामिल हुए. इस दौरान डी. राजा ने कहा कि सीपीआई दिल्ली की जल मंत्री आतिशी के इस आंदोलन का समर्थन करती है. 






पानी सत्याग्रह में AAP अकेली नहीं, CPI भी साथ है: डी. राजा
इस भीषण गर्मी और हीट वेव से कई लोगों की जान जा रही है. ऐसे में लोग पानी के बिना कैसे जिंदा रह सकते हैं? डी. राजा ने कहा कि हम यहां आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए आए हैं कि ‘‘आप’’ इस संघर्ष में अकेली नहीं हैं. इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं. सवाल यह है कि ऐसे समय में केंद्र सरकार क्या कर रही है? प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह क्या कर रहे हैं? क्या दिल्ली के प्रति उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है? क्या उन्हें दिल्ली के लोगों की कोई चिंता नहीं है? 


'हरियाणा को दिल्ली के हिस्से का पानी छोड़ने का निर्देश दे'
डी. राजा ने कहा कि हम केंद्र सरकार के इस रवैये की निंदा करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी हमेशा को ऑपरेटिव फेडरलिज्म की बात करते हैं, लेकिन इस समय उनका सहयोग कहां है? आतिशी हरियाणा सरकार से दिल्ली के हक का पानी छोड़ने की मांग कर रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी को समझना चाहिए कि हरियाणा दिल्ली का पड़ोसी राज्य है. उन्हें हरियाणा और दिल्ली सरकार के बीच समन्वय बनाने की पहल करनी चाहिए, ताकि जल संकट का समाधान हो सके. लेकिन प्रधानमंत्री ऐसा नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और हर दिन यहां देश के दूसरे राज्यों और विदेशों से हजारों लोग आते हैं, ऐसे में पीएम मोदी को हरियाणा सरकार को दिल्ली के हिस्से का पानी तत्काल छोड़ने का निर्देश देना चाहिए, ताकि दिल्ली के इस जल संकट का समाधान हो सके.





नहीं बढ़ा पानी का कोटा
वहीं, ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह ने कहा कि  एक तरफ भाजपा वाले पानी की पाइपलाइन तोड़ने और दिल्ली जल बोर्ड के दफ्तर में तोड़फोड़ करने में लगे हैं तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने अनाधिकृत कॉलोनियों में पानी पहुंचाने के लिए शानदार काम किया है.


पूरी दिल्ली में 11 हजार किलोमीटर की पाइपलाइन बिछाई गई है. 1994 में जब दिल्ली की जनसंख्या कम थी, तब भी हमारा पानी का कोटा 1005 एमजीडी था और आज 30 साल बाद, दिल्ली की जनसंख्या बढ़ने के बावजूद, पानी का यह कोटा बढ़ाया नहीं गया. 4 जून को चुनावी जीतते ही मोदी जी ने सबसे पहले हरियाणा सरकार से दिल्ली का पानी बंद कर दिया. हरियाणा की डबल इंजन सरकार जो गुनाह कर रही है, उसके लिए केवल प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं.


'दिल्ली वालों के लिए अनशन पर बैठी है आतिशी'
उन्होंने पूरी भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर होते हुते कहा कि आज ये भाजपाई इतने निर्दयी हो गए हैं कि ये दिल्ली के लोगों का पानी रोक रहे हैं. इन्होंने पहले से ही 100 एमजीडी पानी रोका था, लेकिन जिस दिन से आतिशी ने अनशन शुरू किया है, उन्होंने दूसरे दिन 117 एमजीडी और तीसरे दिन 110 एमजीडी पानी कम कर दिया. यानी 28 लाख लोगों की पानी की कमी बढ़कर अब 30 लाख लोगों की समस्या हो गई है.


उनका कहना है कि, पीएम मोदी को सामने आकर बात करनी चाहिए. अगर हम गलत हैं तो सजा दें, अन्यथा अपनी गलती मानकर दिल्ली के हक का पूरा पानी दें. सिंह ने कहा कि यह बड़ी लड़ाई है और इसमें हमें आतिशी का साथ देना है. सुबह-शाम आतिशी मंच पर बैठकर सभा करेंगी और लोग अपनी बात रखेंगे. यह अकेले आतिशी की जिम्मेदारी नहीं है, यह सभी दिल्लीवासियों की लड़ाई है.


दिल्ली के 28 लाख परिवारों को नहीं मिल रहा पानी
जबकि ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय महासचिव संगठन डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि दिल्ली के जल संकट को दूर करने के लिए हमने अपने सारे अस्त्र आजमा लिए. केंद्र से लेकर हरियाणा सरकार तक की मिन्नतें कर ली, लेकिन पानी नहीं मिला. इसलिए अब हमारे पास अनशन करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है, जिससे हम पानी की समस्या को दूर कर पाएं. पाठक ने कहा कि, दिल्ली के हक का पानी उसका का अधिकार है, जो उसे मिलना चाहिए. 


संदीप पाठक ने कहा आगे कहा कि अगर हम अपने अधिकार की बात भी छोड़ दें और किसी बहस में न पड़े तो भी हम भारत देश में रहते हैं। भारत में एक चींटी को भी खाना खिलाया जाता है और पितृ तक को भी पानी पिलाया जाता है. ऐसे देश में अगर दिल्ली के 28 लाख परिवारों को पानी नहीं मिल रहा है तो क्या हरियाणा सरकार की इतनी भी जिम्मेदारी नहीं है कि वह आगे बढ़कर सहयोग करें और पानी पिलाकर पुण्य कमा ले. अगर बीजेपी वालों को अनशन में ड्रामा और नौटंकी लग रही है तो दिल्ली की जनता देख रही है कि इस जल संकट पर राजनीति कौन कर रहा है.


सुनीता केजरीवाल पहुंची सत्याग्रह स्थल 
इस दौरान गुजरात और महाराष्ट्र से आये आप के वरिष्ठ नेताओं ने भी केंद्र और हरियाणा की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला और पीएम मोदी से दिल्ली के हक का पानी दिलाने की मांग की. इसी बीच कल शाम को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी अनशन स्थल पर पहुंची और उन्होंने शुक्रवार से पानी सत्याग्रह पर बैठी जल मंत्री आतिशी का हालचाल लिया. वो कुछ देर तक धरना स्थल पर मौजूद रहीं और जल मंत्री आतिशी का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी आतिशी और दिल्ली की जनता के साथ खड़ी है. हम दिल्ली के अधिकार को दिलवा कर रहेंगे.


अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर बैठीं आतिशी का शनिवार को दोपहर करीब 1:30 बजे डॉक्टरों ने स्वास्थ्य जांच की. अनशन के दूसरे दिन उनका ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल गिर गया. साथ ही कुछ न खाने की वजह से उनका वजन भी घट गया है. बावजूद इसके आतिशी दिल्ली के हक के पानी के लिए संघर्ष कर रहीं. उनका का कहना है कि चाहे जितने भी कष्ट सहन करने पड़ें, दिल्लीवालों के हक का पानी मिलने तक उनका अनशन जारी रहेगा.


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