Delhi News: यूपी के अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होगा. इसका उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. इस कार्यक्रम को लेकर तैयारियां चरम पर है. देश दुनिया के प्रमुख लोगों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया जा रहा है. इस बीच भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माक्र्सवादी की वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर बड़ा बयान दिया है.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होगी CPIM
उन्होंने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह एक धार्मिक अनुष्ठान है. इसका इस्तेमाल एक राजनीतिक हथियार के रूप में हो रहा है. जो सही नहीं है. न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से यह सवाल पूछे जाने पर कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आपकी पार्टी को आमंत्रण मिला है. क्या आप या आपकी पार्टी समारोह में शामिल होगी. इसके जवाब में सीपीआईएम की नेता वृंदा करात ने कहा कि हमारी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में शामिल नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने इस मसले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. कार्यक्रम में शामिल न होने के पीछे हमारी पार्टी बुनियादी समझ अलग है. हालांकि, धर्मिक भावनाओं की हम कद्र करते हैं. पूरे देश की धार्मिक भावनाओं का भी हम सम्मान करते हैं, लेकिन इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन राजनीतिक मंशा के तहत हो रहा है. इसका इस्तेमाल धर्म को एक राजनीतिक हथियार के रूप में किया जा रहा है. हमारी समझ में संविधानिक प्रावधान और हिन्दुस्तान की सत्ता को किसी धार्मिक रंग का नहीं नहीं होना चाहिए. जो हो रहा है, वैसा नहीं होना चाहिए. यह सही नहीं है. यह पूरी तरह से एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण है।
7000 वीवीआईपी को आमंत्रण
बता दें कि 22 जनवरी 2023 को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सात हजार से ज्यादा वीवीआईपी और वीआईपी को आमंत्रित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता इसमें शामिल होंगे हैं. देश के 4000 दिग्गज संतों के अलावा फिल्मी सितारे, क्रिकेटर्स और समाज के तमाम गणमान्य लोग भी शिरकत करेंगे. 22 जनवरी को मंदिर प्रांगण में दोपहर दो बजे तक प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इसको लेकर अयोध्या जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां अब अंतिम चरण में है.