सीताराम येचुरी के निधन पर AAP नेताओं ने जताया शोक, संजय सिंह बोले- कॉमरेड को झुककर लाल सलाम
Sitaram Yechury Death: सीपीआई-एम के पूर्व सांसद सीताराम येचुरी का गुरुवार 12 सितंबर को निधन हो गया. वह 72 वर्ष के थे. वह दिल्ली के एम्स में आईसीयू में एडमिट थे.
Sitaram Yechury Died: सीपीआई-एम नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) के निधन पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने शोक जताया है. संजय सिंह ने कहा कि उनका जाना भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है. सीताराम येचुरी का इलाज के दौरान दिल्ली एम्स (AIIMS) में निधन हो गया. वह 72 वर्ष के थे.
सीताराम येचुरी के निधन पर उनके साथ अपनी एक तस्वीर साझा करते हुए संजय सिंह ने 'एक्स' पर लिखा, ''लोकतंत्र और संविधान के हक़ में उठने वाली एक मजबूत आवाज़, सांप्रदायिकता के खिलाफ सबको लामबंद करने वाले अग्रणी नेता सीताराम येचुरी जी ने दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन वो गरीबों, मजदूरों, मजलूमों की आवाज में सदैव जिंदा रहेंगे, उनका जाना भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है. कॉमरेड सीताराम येचुरी जी को सिर झुकाकर लाल सलाम.''
लोकतंत्र और संविधान के हक़ में उठने वाली एक मजबूत आवाज़, सांप्रदायिकता के खिलाफ सबको लामबंद करने वाले अग्रणी नेता @SitaramYechury जी ने दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन वो गरीबों, मजदूरों, मजलूमों की आवाज में सदैव जिंदा रहेंगे, उनका जाना भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।… pic.twitter.com/Xj6X33XDap
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 12, 2024
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने भी संवेदना जाहिर करते हुए लिखा, ''सीपीआई-एम नेता सीताराम येचुरी जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है. आम लोगों की आवाज़ बनकर, उनके हितों की रक्षा में अपना सारा जीवन समर्पित करने वाले येचुरी जी को मेरी श्रद्धांजलि..''
राघव चड्ढा ने कहा- यह व्यक्तिगत क्षति
वहीं, आप सांसद राघव चड्ढा ने सीताराम येचुरी के साथ की अपनी एक पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ''अनुभवी सीपीआई-एम नेता और एक प्रतिष्ठित सांसद, सीताराम येचुरी जी के निधन से गहरा दुख हुआ. उनकी बुद्धिमत्ता और लोगों के मुद्दों के प्रति गहरे जुनून के लिए सभी पार्टियां उनकी तारीफ करती है.''
राघव ने कहा कि वह एक तेजतर्रार वक्ता और सभी के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखने वाले एक सच्चे कॉमरेड थे. श्रमिक वर्ग के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता थी. भारतीय राजनीति में उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा. मैं भाग्यशाली हूं कि पिछले दशक में उनके साथ करीब से काम करने का मौका मिला. यह मेरे लिए क्षति व्यक्तिगत है.
सीताराम येचुरी का एम्स में श्वसन तंत्र में संक्रमण का इलाज चल रहा था. वह कुछ दिनों से रेस्पिरेटरी सपोर्ट पर थे. सीताराम येचुरी के परिवार ने उनका पार्थिव शरीर अस्पताल को दान कर दिया है.
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