Delhi Robbery News: दिल्ली में टूटा अपराध का रिकॉर्ड, 10 साल में 4 गुना बढ़ी डकैती की घटनाएं
Delhi crime News: चार बाइक सवार बदमाशों ने चलती कार को प्रगति मैदान टनल के अंदर रोक कर गन पॉइंट पर कैश ले जा रहे एक शख्स से 2 लाख रुपये कैश लूट लिया और फिर आराम से फरार हो गए.
Delhi News: राजधानी दिल्ली में बदमाशों के हौंसले कितने बुलंद हो चुके हैं, इसकी बानगी सेंट्रल दिल्ली के प्रगति मैदान इलाके में उस समय देखने को मिली जब चार बाइक सवार बदमाशों ने चलती कार को प्रगति मैदान टनल के अंदर रोक कर गन न्वाइंट पर कैश ले जा रहे एक शख्स से 2 लाख रुपये कैश लूट लिए. इतना ही नहीं, लुटेरे आराम से मौके से फरार भी हो गए. इस घटना से दिल्ली पुलिस की विवशता एक बार फिर सामने आई है, जिसमें घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भी पुलिस के हाथ लूटेरों के गिरेबान तक नहीं पहुंच पाए हैं.
इस घटना ने दिल्ली पुलिस को सकते में डाल दिया है. दरअसल, पिछले 10 सालों में दिल्ली में डकैती की घटनाएं करीब 4 गुना बढ़ गई हैं. बात करें आंकड़ों की तो साल 2012 में दिल्ली में डकैती की 608 घटनाएं हुई थीं, जो 2021 में बढ़कर 2333 हो गई. पिछ्ले 10 साल में दिल्ली में डकैती की घटनाएं 284 फीसदी बढ़ी हैं. 2021 के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में रोजाना डकैती की 6 से ज्यादा घटनाएं होती हैं. इस तरह की आपरधिक घटनाओं के बाद दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी और संसाधनों की कमी की बात सामने आती है. राजधानी की पुलिस होने के कारण दिल्ली पुलिस पर अतिरिक्त दबाव रहता है. बावजूद इसके दिल्ली पुलिस में मैनपावर की कमी है.
आवश्यकता से कम है पुलिसकर्मियों की संख्या
दिल्ली पुलिसकर्मियों की संख्या के लिहाज से बात की जाए तो दिल्ली पुलिस में अभी कुल 6802 एसआई हैं. जबकि 7456 होने चाहिए. इस तरह से सिर्फ एसआई के पद पर 654 यानी कि 9 प्रतिशत कम कर्मी हैं. वहीं कॉन्स्टेबल के पद पर 5,729 कर्मियों की कमी है जो आवश्यक 43,191 कर्मियों का 13 प्रतिशत है. जबकि हेड कॉन्स्टेबल के पद पर आवश्यक 21,232 की तुलना में मात्र 18,683 कर्मी तैनात हैं जो कि 12 प्रतिशत कम है. कुल आंकड़ों को मिला कर बताया जाए तो दिल्ली पुलिस में 82,196 पुलिस कर्मी होने चाहिए, लेकिन वर्तमान में 72934 हैंज और आवश्यक कर्मियों में 9262 यानी 11 प्रतिशत की कमी है. जो कहीं न कहीं दिल्ली पुलिस की कार्यकुशलता के आड़े आ रहा है. अगर पर्याप्त संख्या में पुलिस में जवानों की तैनाती होगीए तो शायद दिल्ली पुलिस बेहतर तरीके से अपराध पर लगाम लगाते हुए दिल्ली को सुरक्षित बना पाएगी.
मेहसाणा के रहने वाले हैं लूट के शिकार कारोबारी
बता दें कि यह घटना 24 जून की हैए जब गुजरात के मेहसाणा के रहने वाले साजन कुमार जिनका चांदनी चौक में सोने.चांदी के आभूषण का कारोबार है. वह शनिवार को गुरुग्राम स्थित एक फर्म को 2 लाख रुपये देने के लिए जा रहे थे. उनके साथ उनके साथी जितेंद्र पटेल भी थे. लाल किले से कैब बुक कर जब वे रिंग रोड से प्रगति मैदान टनल के अंदर पहुंचे, दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने उनकी कैब को घेर कर रोक लिया और फिर बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर रुपयों से भरा बैग लूट लिया. बदमाशों के फरार हो जाने के बाद पीड़ित ने पीसीआर को कॉल कर पुलिस को घटना की जानकारी दी.
सीएम केजरीवाल ने की एलजी से इस्तीफे की मांग
वहीं, इस घटना के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. सीएम केजरीवाल ने उपराज्यपाल से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि जब वो दिल्ली को सुरक्षित नहीं रख सकते हैं तो उन्हें अपना पद त्याग देना चाहिए. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार और निशाना साधते हुए कहा कि अगर वो दिल्ली के लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकते हैं तो पुलिस को उन्हें सौंप दें. वे बताएंगे कि कैसे शहर को सुरक्षित और अपराध मुक्त रखा जा सकता है.
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