Delhi News: त्यौहार और शादी के सीजन को देखते दिल्ली के बाजारों में भारी-भीड़ देखने को मिल रही है. बात करें चांदनी चौक की तो यहां लोग सुरक्षा को ताक पर रखकर शापिंग में मगन दिखाई दे रहे हैं. यहां भीड़ को देखकर ऐसा लगता है कि मानों सामान फ्री में मिल रहा हो. चांदनी चौक इलाके में होलसेल के दाम में सामान मिलता है. जो मार्केट प्राइस से तकरीबन 40% कम दाम होता है. यहीं वजह है कि त्यौहारों पर इस मार्केट में लोगों का आना-जाना बढ़ जाता है.
वहीं दूसरी जल्द ही शादियों का सीजन भी शुरू हो रहा है. शादी के हर जरूरी सामान के लिए चांदनी चौक मार्केट खूब पंसद की जाती है. रात आठ बजे तक भी इस मार्केट में जनसैलाब का नजारा दिखाई देता है. कोई नोएड़ा तो कोई दिल्ली के अलग-अलग कोनों से यहां शॉपिंग करने के लिए आता है. ऐसे में पुलिस प्रशासन की सख्ती चांदनी चौक की बाहरी सड़कों पर तो दिखाई दी, लेकिन जहां चांदनी चौक की गलियों में पांव रखने भर की जगह नहीं है वहां पुलिस कोई सुरक्षा इंतजाम नजर नहीं आया. ऐसे में कोई अनहोनी होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है.
विदेशी परिवार भी पहुंचा शॉपिंग करने
साउथ अमेरिका से आया एक परिवार भी चांदनी चौक में शॉपिंग करता नजर आया. इस दौरान एबीपी न्यूज ने इस परिवार के सदस्यों के बातचीत की. एली नाम की महिला ने कहा कि वो अपने 19 साल के बेटे और पति के साथ भारत घूमने आई है. ये परिवार खासतौर पर दिवाली का त्यौहार देखने के लिए दिल्ली आया है. महिला के बेटे एंटोनियो ने कहा कि उसने एक खूबसूरत लाइट सिर्फ 150 रुपए की ली है जो 2 डॉलर से भी सस्ती है और कभी ऐसी कोई चीज़ उन्होंने अमेरिका में नहीं देखी. साज-सजावट का सामान देखकर विदेशी परिवार खुश नजर आया, लेकिन भीड़ के कारण उसे परेशानी भी झेलनी पड़ी.
‘भीड़ में चोरी का भी खतरा’
चांदनी चौक इलाके की एक दुकान में काम करने वाली श्रेया बताती हैं कि इस भीड़ में उन्हें हर रोज़ आना जाना पड़ता है लेकिन इसका कोई उपाय नहीं है. कुछ शरारती तत्व भी भीड़ में होते हैं जिनके कारण परेशानी होती है, कुछ दिन पहले ही भीड़ में से किसी ने मेरा मंगलसूत्र खींच लिया था, तब से मैं सोने की चूड़ियां, कुंडल और चेन सब घर पर ही उतार कर आती हूं.
‘सुरक्षा को लेकर होती है चिंता’
गुड़गांव और फरीदाबाद से आए दो परिवारों ने बताया कि मेट्रो से करीब डेढ़ घंटे का सफर करने के बाद वे चांदनी चौक मार्केट पहुंचे. दिवाली के समय नई लाइट्स, पटाखे मार्केट में मिल रहे हैं इसलिए हर साल शॉपिंग करने आते हैं. परिवार की सदस्य आरती ने कहा कि सुरक्षा को लेकर चिंता तो है लेकिन क्या कर सकते हैं, यही सामान घर के साथ वाली दुकान से लेंगे तो सिर्फ एक ही आइटम ले पाएंगे. यहां आए हैं तो सबके लिए कुछ ना कुछ ले लेते हैं,इसलिए मजबूरी में आना पड़ता है.
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