Delhi Cyber Crime News: दिल्ली में साइबर ठगी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. साइबर ठग टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग कर आज कल ठगी की वारदातों को लगातार अंजाम दे रहे हैं. कुछ इसी तरह की हाईटेक ठगी या यूं कहें ऑनलाइन चोरी को साइबर अपराधियों ने एक बार फिर अंजाम दिया है. इस बार साइबर ठगी दिल्ली के नरेला DSIDC स्थित एक कंपनी के मालिक के साथ होने की सूचना है.


दरअसल, DSIDC स्थित एक कंपनी के मालिक कमल प्रसाद जैन का मोबाइल तो उन्हीं के पास था, लेकिन बिना किसी मैसेज और ओटीपी के उनके बैंक खाते से एक दिन में आठ बार ट्रांजेक्शन करके 41 लाख रुपये उड़ा दिए गए. इसका पता तब चला जब वे बैंक पहुंचे.


सिम कार्ड को बदलने का आया था मैसेज


आउटर नार्थ पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बिजनेसमैन कमल प्रसाद जैन के मोबाइल पर 31 अगस्त की रात नए सिम कार्ड को बदलने का मैसेज आया था. चूंकि, उन्होंने इस तरह की कोई रिक्वेस्ट नहीं की थी, तो उसे बेकार मैसेज समझ कर उन्होंने इग्नोर कर दिया. इसके कुछ ही देर बाद उनके मोबाइल का नेटवर्क चला गया. उन्हें लगा कि कोई नेटवर्क इश्यू होगा, इसलिए उन्होंने रात होने के कारण मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी को फोन भी नहीं किया. 


अगले दिन एक सितंबर यानी रविवार को जब उन्होंने कंपनी में संपर्क किया तो पता चला कि उनको अपनी कंपनी के लेटरहेड पर लिखकर नया सिम कार्ड लेने की बात लिखकर देनी होगी. जिस पर उन्होंने लेटरहेड पर लिखित में देकर नया सिम कार्ड कंपनी के स्टोर से जारी करवाया.


इसके बाद जब अगले ही दिन सोमवार को वह जब पीतमपुरा के नेताजी सुभाष प्लेस स्थित HDFC बैंक गए तो बैंक उन्हें एक सितंबर को खाते से आठ ट्रांजेक्शन होने का पता चला, जिसमें 41 लाख रुपये उनके खाते से निकाले गए हैं. जिसे सुनते ही उनके होश फाख्ता हो गए. उनके फोन पर न तो पैसे निकलने का कोई OTP आया और न ट्रांजेक्शन से संबंधित कोई मेसेज आया. 


उनको बाद में पता चला कि उनके फोन को हैक करने के बाद किसी ने उनके नंबर पर नया सिम कार्ड ऑनलाइन ले लिया था, जिससे वारदात को अंजाम दिया गया. फिलहाल, दिल्ली पुलिस ने इस मामले की शिकायत मिलने पर साइबर क्राइम से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू के दी है.


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