Ramzan 2023: रमजान में रोजेदार अपने इफ्तार को बिना खजूर के पूरा नहीं करते. यही वजह है कि इस्लामिक धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक रोजे और खजूर के बीच खास कनेक्शन देखा जाता है . रमजान के दिनों में खजूर की मांग बढ़ने से दाम में भी इजाफा हो जाता है. इसका सीधा असर फलों के बाजार में देखने को मिल भी रहा है. दिल्ली के बाजारों में फलों के साथ-साथ खजूर के भी दाम बढ़ गए हैं. 


दरअसल, रमजान के महीने में रोजा रखने वाले  रोजेदारों द्वारा इफ्तार में खजूर फल और अन्य पौष्टिक आहार वाले पदार्थों को ज्यादा शामिल किया जाता है. यही वजह है कि दिल्ली के बाजारों में खजूर के दाम में 20 से 30 रूपये प्रति किलो की बढ़ोतरी देखी जा रही है. जहां खजूर आम दिन में 150 से 160 प्रति किलो के हिसाब से बाजारों में बिकता है वहीं अब दिल्ली के बाजारों में खजूर का दाम 180 से 200 रूपये प्रति किलो देखा जा रहा है. दिल्ली के सब्जी और फल मंडी के विनय कुमार ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि आम दिन की तुलना में इस समय खजूर के दाम में 20 से 30 रूपये की बढ़ोतरी देखी जा रही है. यह भी संभव है कि आने वाले 15 से 20 दिनों में इसके दाम और बढ़ेंगे. खास तौर पर रमजान के दौरान इनकी मांग प्रतिदिन बढ़ती है.


ये है खजूर और रोजे में खास कनेक्शन


प्राचीन समय में अल्लाह के रसूल भी रमजान में इफ्तार के लिए खजूर का इस्तेमाल करते थे. यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. यही कारण है कि परंपरा का निर्वहन करते हुए रोजेदार आज भी अपने इफ्तार में खजूर को जरूर शामिल करते हैं. इसके अलावा भारत में खजूर का उत्पादन मांग के अनुसार न के बराबर होता है, इसलिए इसे दूसरे देशों से आयात किया जाता है. आयात करने वाले प्रमुख देशों में इराक, ईरान, सऊदी अरब और मिस्र जैसे देश शामिल हैं. बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली के बाजारों में रमजान को लेकर चहल-पहल काफी तेज हो गई है. इस दौरान रोजेदार अपने इफ्तार को लेकर खरीदारी के लिए भी बाजारों में पहुंच रहे हैं. आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने के बावजूद रोजेदारों के बीच उत्साह चरम पर है. 


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