Datta Phuge Death: वास्तव में ये दुनिया बड़ी अजीब है. ऐसा इसलिए कि तरह-तरह के लोग आपको हर जगह हर समय दिखाई देते हैं. खास बात यह है कि अरबों की संख्या में लोग होने के बावजूद दुनिया में जितने भी इंसान मिलते हैं, सबके अपने-अपने शौक होते हैं. कुछ लोग अच्छी गाड़ियों के शौकीन होते हैं, कुछ खाने-पीने के शौकीन, तो कुछ घूमने के. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनके शौक अच्छे घर में रहने के होते हैं. यानी हर इंसान के सोच के हिसाब से उनके शौक होते हैं.
आज हम एक ऐसे शख्स की बात करने जा रहे हैं जिसके कत्ल को सात साल हो गए. उनके कातिलों को पकड़ा गया. अदालत में केस भी चला और हत्यारोपियों को सजा भी मिली, लेकिन एक चीज का जवाब अभी तक नहीं मिला. सात साल पहले जिस शख्स का कत्ल हुआ, उसके पास एक शर्ट था. एक ऐसी शर्ट जिसकी खबर ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी थी. उस शख्स का मूल नाम दत्ता फुगे (Datta Fuge) था. वो गोल्डमैन (Goldman) के रूप में दुनियाभर में ज्यादा लोकप्रिय था. ऐसा इसलिए कि वो गोल्ड खरीदने और पहनने का शौकीन था. उस शख्स का नाम था दत्ता फुगे. वो महाराष्ट्र के पुणे का रहने वाला था. गोल्ड के प्रति उसके जुनून का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि उसने गोल्ड का एक शर्ट तैयार करवाया और उसी को पहनने लगा.
इसलिए चर्चा में आया दत्ता फुगे
पुणे निवासी दत्ता फुगे उर्फ गोल्डमैन साल 2012 में उस समय देश और दुनिया में सुर्खियों में आया जब उसने पहनने के लिए सोने की एक शर्ट ही सिलवा ली. शर्ट का वेट 3.6 किलो था. 11 साल पहले उसकी कीमत करीब 1.5 करोड रुपए आंकी गई थी. चौंकाने वाली बात ये थी गोल्ड से बनी शर्ट दुनिया की सबसे महंगी शर्ट थी. यानि फुगे दुनिया में सबसे महंगी शर्ट पहनने वाला इंसान था. मीडिया में ये खबर आते ही दुनिया भर में फुगे के शर्ट की चर्चा हुई. गिनीज बुक में इस शर्ट का नाम भी दर्ज हुआ. इसके बाद फुगे गोल्डमैन के नाम से दुनिया में मशहूर हो गया. फुगे ने गोल्ड का शर्ट पुणे के रांका ज्वैलर्स से तैयार करवाया था. शर्ट पर 14 हजार से अधिक सोने के फूल बने हैं. बारीक मखमल पर एक लाख से अधिक सितारे जड़े हैं. कहा गया था कि वह सामान्य कपड़े के जितना ही पहनने में आरामदेह है.
शर्ट सिलवाते ही बढ़ गई गोल्डमैन की मुसीबतें
दत्ता फुगे अपने शौक को पूरा करने के लिए डेढ़ करोड़ की शर्ट सिलवाने के बाद उसे पहनकर घर से बाहर भी निकलने लगा. इसका नतीजा यह हुआ कि उसकी सुरक्षा को खतरा हो गया. लुटेरों व डकैतों से बचने के लिए वह 20-20 बॉडीगार्ड को अपने साथ लेकर चलता था. ताकि सोने की शर्ट पर पर कोई हाथ न रख दे. फुगे का बॉडीगार्ड रखना भी स्वभाविक था. क्योंकि जिस दौर में जेब से पैसे, मोबाइल, पर्स व अन्य सामान लुटेरे छीन लेते हों, उसी दौर में डेढ़ करोड का गोल्ड शर्ट पहनकर बाहर निकलेंगे तो जान का खतरा तो होगा ही.
क्या करता था गोल्डमैन
गोल्डमैन उर्फ दत्ता फुगे सूद पे पैसा देने का बिजनेस करता था. वह पत्नी के साथ 'वक्रतुंड चिट फंड प्राइवेट लिमिटेड' नाम से कंपनी चलाता था. हाल के समय में उसके खिलाफ वित्तीय गड़बड़ी की शिकायतें मिली थी. उसने कई चिट फंड कंपनियों से इस शर्त पर पैसा ले रखा था कि तय समय में लौटाने पर वह उधार देने वालों को एक, दो, तीन गुना पैसा लौटाएगा. इस तरह उसने करोड़ों रुपए लोगों से उधार ले लिया, जिसे चुकाना उसके लिए मुमकिन नहीं रहा.
तो गोल्ड का शर्ट ही बना फुगे की हत्या की वजह
एक दौर ऐसा भी आया, जब उसे अपने शौक और उल्टे-सीधे काम की वजह से कारोबार में नुकसान होने लगा, लेकिन इससे भारी भरकम खर्च वाले शौक पर कोई असर नहीं पड़ा. उसके कारोबार में ज्यादा लाभ की लालच में पैसा लगाने वाले लोग बाद में उससे पैसा वापस मांगने लगे. वो लोगों का पैसा वापस करने के नाम पर सभी को बरगलाता रहा. कहता रहा कि अभी पैसा नहीं है. सेलिब्रिटीज का तमगा हासिल होने और उसके दबंगई की वजह से, उसके कारोबार में पैसा लगाने वाले लोग कुछ कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे.
साजिश के तहत ऐसे हुई फुगे की हत्या
गोल्डमैन की इस हरकत से नाराज अतुल मोहिते एक दिन उसके बेटे शुभम फुगे, जो कि उसका दोस्त भी है, को अपने ही एक अन्य दोस्त के जन्मदिन की पार्टी के बहाने बुलाया. साथ ही दोस्त से बोला कि 14 जुलाई 2016 को अपने पापा यानी दत्ता फुगे को भी साथ ले आना. बेटे के कहने पर गोल्डमैन जन्मदिन की पार्टी में पहुंचे भी, लेकिन शुभम के दोस्त ने 'पिंपरी गोल्डमैन' के नाम से चर्चित फुगे पर पुणे में दिघी के पास तलवार, चाकू, डंडे और दरांती से उनपर हमला कर दिया. इस लालच में कि फुगे गोल्ड वाला शर्ट पहनकर आएगा. शुभम के दोस्तों ने बड़े पत्थरों से मार-कर उसके पापा की हत्या कर दी.
ऐन मौके पर शुभम भी अपने एक अन्य दोस्त रोहन के साथ बर्थ डे पार्टी में पहुंचता है. दोंनो को देखकर हमलावर मौके से भाग जाते हैं. गोल्डमैन के बेटे शुभम डी. फुगे के बयान के आधार पर पुलिस तेजी से कार्रवाई करते हुए पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार करती है. चार अन्य फरार हैं. जिन्हें गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली, उनकी पहचान अमोल उर्फ बल्ली के पाथारे, शैलेश एस वाल्के, विशाल डी. पाख्रे, निवरुत्ती उर्फ बालुकिशन वाल्के और प्रमोद एस धोलपुरिया के रूप में हुई. फरार लोगों में इस हत्या का मुख्य साजिशकर्ता मोहिते भी शामिल है, मोहिते ने ही शुभम और उसके पिता को जन्मदिन की पार्टी में आमंत्रित किया था.
गोल्डमैन ने लिए थे मोहिते से पैसे उधार
पुणे पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि दत्ता डी. फुगे की हत्या उसके बेटे के उन दोस्तों ने ही की जिनसे फुगे ने कथित रूप से डेढ़ लाख रुपए लिए थे. साथ ही पुलिस की जांच में ये बातें भी सामने आई कि अतुल मोहिते पैसे वापस न मिलने से नाराज था. उसने अपने दोस्तों के मिलकर पैसे हासिल करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया. जांच के दौरान इस मामले में एक नया मोड़ आ गया. नया मोड़ यह कि जिस डेढ़ करोड़ रुपए में बनी शर्ट को पहनकर 20—20 बॉडी गार्ड के साथ दत्ता फुगे बाहर निकलता था, उसे हासिल करने के लिए ही मोहिते और उसके साथियों ने उसकी हत्या की. लेकिन दुनिया की सबसे महंगी गोल्ड की शर्ट अभी तक न तो पुलिस ढूंढकर निकाल पाई, न ही मोहिते के हाथ लगी. चौंकाने वाली बात यह है कि दत्ता फुगे जन्मदिन की पार्टी में गोल्ड वाला शर्ट पहनकर नहीं पहुंचे थे. उनकी हत्या के बाद परिजनों ने पुलिस जांच के दौरान कहा कि घर में कीमती शर्ट है ही नहीं. परिजनों ने पुलिस को आगे की जांच में ये भी बताया कि शर्ट में कुछ खराबी की वजह से जिस ज्वेलर्स से बनाया था, उसे ठीक करने के लिए दिया था. पुलिस जब डेढ़ करोड़ की शर्ट को ढूंढते हुए ज्वेलर्स के पास पहुंची तो उन्होंने कहा कि फुगे ने वो शर्ट उन्हें ठीक करने के लिए नहीं दिए हैं.
इस मामले में पुणे पुलिस आज भी खाली हाथ
इस शर्ट तक पहुंचने के लिए पुलिस ने बहुत खाक छाने, पर पुलिस आज भी खाली हाथ है.अब फुगे की हत्या के करीब सात साल हो गए, लेकिन पुलिस अभी तक न तो ये पता कर पाई कि कीमती शर्ट किसके पास है, न ही ये कि वो है कहां. अभी तक पुणे पुलिस के लिए गोल्डमैन की ये कहानी की गुत्थी उलझी हुई है. जबकि पुलिस फुगे के हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर सजा दिलवाने में सफल रही.
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