दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की तरफ से सभी संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने के आदेश पर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि जिन्हें भी नौकरी से निकाला गया है, उनकी वापस दिलाने के लिए कुछ भी करेंगे.


अपने सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा, "मेरी जिन बहनों को DCW से निकला गया है, मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि उन्हें उनकी नौकरी वापिस दिलवाऊँगा, चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े."






डीसीडब्ल्यू ने इस आदेश का दिया हवाला


बता दें कि सोमवार (21 अक्टूबर) को डीसीडब्ल्यू ने ये आदेश जारी किया. इसमें महिला एवं बाल विकास विभाग के 29 अप्रैल के आदेश का हवाला दिया, जिसमें कर्मचारियों की बर्खास्तगी के लिए एलजी की मंजूरी दी गई थी. इसको लेकर दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी विपक्षी बीजेपी पर हमलावर है.


'दिवाली से पहले बीजेपी ने किया पाप'


इससे पहले दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, "बीजेपी ने दिवाली से पहले सैंकड़ों लोगों के घर-बार उजाड़े हैं, नौकरियां छीनी हैं. ये भारतीय जनता पार्टी की तरफ से दीपावली के पहले का किया गया पाप है."


'भारतीय जनता पार्टी नौकरी के खिलाफ है'


इसके साथ ही उन्होंने कहा, "भारतीय जनता पार्टी भाषण देती है और मेनिफेस्टो बनाती है तो नौकरियां देने की बात करती है. लेकिन 30-30 साल से कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे लोगों को इस तरह से हटना, बीजेपी को उनके चरित्र को शोभा देता होगा लेकिन ये बेहद शर्मनाक है और अमानवीय है. ये घटना अपने आप में इस बात को बताती है कि भारतीय जनता पार्टी नौकरियों को खिलाफ है."


सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी रोजगात देती नहीं और लोगों की नौकरियों को छीन रही है. ये सारे लोग बड़ा शानदार काम कर रहे थे. ये महिलाओं की मदद कर रहे थे.


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