Delhi Floods: यमुना में आई बाढ़ के बाद प्रभावित हुए DDA के प्रोजेक्ट, हुआ भारी नुकसान
Delhi Flood News Update: दिल्ली सरकार द्वारा यमुना तटवर्ती क्षेत्रों में डीडीए के तहत विभिन्न प्रोजेक्ट जैसे हरियाली युक्त बनाना, पौधारोपण, सौंदर्यीकरण साफ-सफाई जैसे योजनाओं को पूरा किया जा रहा था.
Delhi News: यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर और बाढ़ जैसे हालात के बाद कई क्षेत्रों के कामकाज प्रभावित हुए हैं. तटवर्ती क्षेत्रों में आए बाढ़ और प्रमुख इलाकों में जलजमाव की वजह से कई प्रमुख योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. खासतौर पर डीडीए द्वारा तटवर्ती क्षेत्रों में पौधारोपण सौंदर्यीकरण व अन्य साफ सफाई वाले चल रही योजनाओं को भी भारी नुकसान पहुंचा है. हालांकि डीडीए अधिकारियों का कहना है कि बहुत जल्द स्थिति सामान्य होने के बाद फिर से उन योजनाओं को गति दी जाएगी, लेकिन सौंदर्यीकरण के कार्य प्रभावित होने की वजह से आर्थिक क्षति पहुंची है. इससे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
हजारों पौधों का हुआ नुकसान
दिल्ली सरकार द्वारा यमुना तटवर्ती क्षेत्रों में डीडीए के तहत विभिन्न प्रोजेक्ट जैसे हरियाली युक्त बनाना, पौधारोपण, सौंदर्यीकरण साफ-सफाई जैसे योजनाओं को पूरा किया जा रहा था. लेकिन बाढ़ जैसे हालात के बाद यमुना के तटवर्ती क्षेत्र इससे खासा प्रभावित रहे. बीते दिनों दिल्ली सरकार द्वारा हजारों पौधारोपण को लेकर यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों को हरा भरा बनाने जैसे योजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा था, लेकिन नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद हजारों पौधे नष्ट हो गए और इसकी वजह से ना केवल इन योजनाओं को नुकसान पहुंचा है. बल्कि आर्थिक क्षति भी झेलनी पड़ रही है. इसके अलावा दिल्ली उपराज्यपाल की तरफ से भी यमुना नदी के किनारे सौंदर्यीकरण और हरियाली को बढ़ाने जैसे अनेक योजनाओं को शुरू किया गया था लेकिन बाढ़ की वजह से एलजी के क्षेत्राधिकार में आने वाले प्रोजेक्ट भी प्रभावित हुए हैं. वैसे अभी नुकसान का सटीक आकलन नहीं किया जा सकता है, लेकिन विभागों के करीबियों की माने तो यमुना नदी में आए बाढ़ के बाद तटवर्ती क्षेत्रों में चलाए जा रहे हैं प्रोजेक्ट पूरी तरह प्रभावित हुए हैं.
फिर से प्रोजेक्ट को मिलेगी गति
वैसे इस क्षति के मामले पर अधिकारी अभी ज्यादा कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि बहुत जल्द स्थिति सामान्य होने के बाद एक बार फिर से इन प्रोजेक्ट को गति मिलेगी. यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों में नर्सरी, पौधारोपण, सौंदर्यीकरण के कार्य योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा. फिलहाल रिपोर्ट मिलने तक यमुना के जलस्तर में लगातार कमी देखी जा रही है.
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