Delhi Zoo News: बीते एक जून को दिल्ली के चिड़ियाघर में दो नर चिंकाराओं के बीच हुई भीषण लड़ाई के कारण एक चिंकारा की मौत हो गई थी. जिसके बाद अब दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन ने पशुओं के बाड़े में कड़ी निगरानी रखने का फैसला लिया है. इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढाने का भी निर्णय लिया है. जू प्रबंधन के एक अधिकार का कहना है कि चिंकाराओं के बीच हुई यह लड़ाई सामान्य है.


पशुओं में अक्सर आपसी संघर्ष देखा जाता है. यह संघर्ष जानलेवा साबित न हो इसके लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने एहतिहातन अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों को लगाने जाने की योजना की घोषणा की है.


दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार ने कहा कि बर्चस्व की लड़ाई में नर पशु अक्सर आपस मे लड़ाई करते हैं. चिंकाराओं के बीच हुई यह लड़ाई एक चिंकारा के लिए घातक साबित हुई. उसे लड़ाई के दौरान गंभीर चोटें आई, जिसे तुरंत ही इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. ताकि उसे बचाया जा सके, चिंकारा की आंतों में काफी चोट लगने की वजह से इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 


दूसरे चिंकारे को मामूली चोटें आई थी. उसे अन्य चिंकाराओं के साथ एक बाड़े में रखा गया है, जिसमें पिछले महीने पैदा हुआ. एक चिंकारा भी शामिल है.


दिल्ली जू में बचे हैं सिर्फ आठ चिंकारे


चिड़ियाघर के निदेशक ने कहा कि इस घटना के बाद पशु सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने के लिए कई उपाय किए गए हैं. उन्होंने कहा, "हम उन्नत प्रौद्योगिकी और जनशक्ति के इष्टतम उपयोग के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया समय को कम करने के लिए भी काम कर रहे हैं." उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और पशु क्षेत्रों में कवरेज का विस्तार करने की योजना हैं, ताकि आपात स्थिति के दौरान त्वरित सूचना प्रसारित की जा सके.


निदेशक ने कहा कि जानवरों के सामान्य स्वभाव को बदला नहीं जा सकता है, लेकिन उनकी कोशिश है कि ऐसी घटनाओं, जिनके परिणाम दुर्भाग्यवश कभी-कभी गंभीर हो सकते हैं, को बढ़ने से रोका जा सके. एक चिंकारा की मौत के बाद अब दिल्ली के चिड़ियाघर मे 8 चिंकारा बचे हैं जिनमें से 3 नर हैं.