Delhi: 'आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया', पेरेंट्स के नाम सुसाइड नोट छोड़ 11वीं के छात्र ने लगाई फांसी
Delhi Crime News: दिल्ली में एक छात्र ने पढ़ाई के प्रेशर में आकर अपनी जान दे दी. यह बच्चा नहाने के लिए बाथरूम में घुसा और फिर वह जिंदा बाहर नहीं निकला. दरवाजा खोलने पर उसका शव बरामद हुआ.
Delhi News: पूर्वी दिल्ली (Delhi) के मधु विहार इलाके में एक 16 वर्षीय किशोर द्वारा खुदकुशी (Suicide) किए जाने का मामला सामने आया है. किशोर ने बाथरूम की खिड़की से फंदा लगा कर अपनी जान दे दी. मृतक किशोर नेशनल विक्टर स्कूल में 11वीं का छात्र था. उसके पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है, जिसमें उसने खुदकुशी की वजह लिखी है.
नाबालिग के पिता पेशे से आर्किटेक्ट हैं और वह अपने माता-पिता के साथ चंद्र विहार इलाके में रहता था. घर में उससे एक बड़ी बहन भी है. पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने घटना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सुबह सात बजे के आसपास पीसीआर के जरिए मधु विहार थाने की पुलिस को इसकी जानकारी मिली, पुलिस को बताया गया कि गली नंबर 7 स्थिति ए-60 में एक नाबालिग बच्चे ने खुदकुशी कर ली है.
सुसाइड नोट में लिखी यह बात
अमृता गुगुलोथ ने बताया कि सूचना मिलने पर तुरंह ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. जहां किशोर का शव खिड़की के रॉड से टंगा पाया गया. उसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है. सुसाइड नोट में किशोर ने लिखा है कि वह पढ़ाई को लेकर माता-पिता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा था. वह काफी हताश हो चुका था लिहाजा वह खुदकुशी का कदम उठा रहा है. पुलिस ने इस घटना के संबंध में सीआरपीसी की धारा 174 के तहत केस दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
परिवार का नहीं आया है कोई बयान
अभी हालांकि घटना के संबंध में माता-पिता या परिवार के किसी अन्य सदस्य से संपर्क नहीं हो पाया है. इसलिए इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह नाबालिग कितने समय से दबाव में था. कथित रूप से पढ़ाई के दबाव में छात्र द्वारा खुदकुशी करने के मामले से पैरेंटिंग को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. दरअसल, यह कोई अकेला मामला नहीं है जब किसी बच्चे ने पढ़ाई को लेकर खुदकुशी की हो, इस तरह के मामले समाज में आए दिन देखने को मिलते हैं. ऐसे में विशेषज्ञ यही सलाह देते हैं कि माता-पिता बच्चों पर अपनी अपेक्षा का बोझ न डालें.
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