Delhi Latest News:: दिल्ली में बिजली के एक खंभे पर लटके तार की चपेट में आने से 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई है. करंट लगने से मारे गए आशान के पिता प्रेमचंद पाकिस्तान से आए प्रवासी हैं और कबाड़ का व्यापार करते हैं. प्रेमचंद ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की मौत बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुई है. उन्होंने मैदान गढ़ी में भाटी माइंस के पास दक्षिण दिल्ली में खुले तारों के संबंध में अगस्त में दर्ज कराई गई एक शिकायत का हवाला दिया.
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, यह घटना चार सितंबर को उस समय हुई जब आशान संजय कॉलोनी में अपने घर के पास अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था. अधिकारी ने कहा कि वह पास के बिजली के खंभे से निकले तार के संपर्क में आ गया, जिससे उसे करंट लग गया. घटना के बाद उसे पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
'शिकायत के बाद भी बिजली विभाग ने नहीं की कार्रवाई'
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, आशान को बचाने की कोशिश करने वाले सिकंदर ने कहा कि उन्होंने 19 अगस्त को बिजली विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें इलाके में करंट लगने की संभावना को उजागर किया गया था. सिकंदर ने कहा कि विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की. अगर बिजली विभाग ने कार्रवाई की होती तो आशान शायद जिंदा होता. सिकंदर ने मीडिया को बताया कि उसने कुछ बच्चों के शोर और चीखने की आवाज सुनी.
इसके बाद जब वह घर से बाहर आया तो उसने देखा कि आशान बिजली के खंभे से चिपका हुआ था. सिकंदर ने लकड़ी की छड़ी से आशान को खंभे से अलग किया और उसके हाथ-पैर की मालिश की, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद उसने आशान के परिजनों को जानकारी दी और उसे पास अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मैदान गढ़ी पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 106 (1) (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि जांच चल रही है.