Delhi News: साउथ वेस्ट दिल्ली डिस्ट्रिक पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम को एक बड़ी कामयाबी मिली है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात हाईवे लुटेरों का गिरोह डी-7 के सरगना सहित 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अफसरून, शावेज और रहीम उर्फ लंगड़ा के रूप में कई गई है. पुलिस ने उनके पास से एक पिस्तौल, दो बैग और दो कार बरामद की है. आरोपियों पर दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और हरियाणा में केस दर्ज है. रहीम उर्फ लंगड़ा इस गिरोह का सरगना है.  


साउथ वेस्ट दिल्ली डिस्ट्रिक डीसीपी मनोज सी ने बताया कि 28 अप्रैल को वसंतकुंज नॉर्थ और वसंतकुंज साऊथ थाना पुलिस को दो लूट की शिकायतें मिली थी. दोनों मामलों में आरोपियों ने हाईवे पर लोगों को शिकार बनाया था. आरोपियों ने आधा घंटे के दौरान एक दवा कंपनी के मैनेजर और गुरुग्राम के कारोबारी को लूटा था. उन्होंने गाड़ी, सामान, मोबाइल व पैसे लूटने के साथ ही विरोध करने पर पीड़ितों को पिटाई भी की थी. दोनों मामलों में केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की. 


पुलिस ने इस कमी का उठाया फायदा


डीसीपी मनोज सी ने बताया कि हाईवे पर लगातार वारदातें बढ़ रही थी और आरोपी एक ही तरीके से वारदातों को अंजाम दे रहे थे. जिसके चलते एसीपी देवेन्द्र सिंह और इंस्पेक्टर पवन दाहिया की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया. पुलिस टीम ने सभी वारदातों के सीसीटीवी फुटेज निकाल कर जांच शुरू की. प्राथमिक जांच के बाद सामने आया कि गत दिनों हुई दोनों वारदातों में आरोपी एक ही गाड़ी से आए थे. पुलिस ने इस गाड़ी की जानकारी जुटाई और गिरोह के दो सदस्यों अफसरून और शावेज की पहचान कर ली. पुलिस ने 29 अप्रैल को दोनों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से पूछताछ के बाद गिरोह के सरगना रहीम उर्फ लंगड़ा को 11 मई को गिरफ्तार किया गया. रहीम के पास से गुरुग्राम के कारोबारी से लूटी कार भी बरामद हुई है. 


गैंग के लोग ऐसे व्यक्ति को बनाते थे निशाना


आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनकी गिरोह डाकू-7 (D-7) के नाम से मशहूर था. गिरोह में वह 7 लोग हैं. सातों अलग-अलग गाड़ियों में एक साथ वारदात को अंजाम देने के लिए निकलते थे. आरोपियों ने बताया कि वह हाईवे पर अकेले पैदल और गाड़ियों में चल रहे लोगों को निशाना बनाते थे. वह लिफ्ट देने और जबरन गाड़ियों को रूकवाकर लूटपाट करते थे. वारदात के बाद वह उत्तर प्रदेश में जाकर छिप जाते थे. पुलिस ने उनकी तलाश में पसौंडा, बागपत, शामली, गाजियाबाद और हापुड़ में लगातार कई दिन छापेमारी की थी.


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