Delhi Police: देश की राजधानी दिल्ली में आतंकी गतिविधियों से बचाने के लिए दिल्ली पुलिस हमेशा तैयार रहती है. दरअसल, कुछ दिनों पहले बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान पर देश में के अलावा विदेशों में भी विरोध प्रदर्शन किए गए थे. इसी बीच अल कायदा ने घमकी भी जारी की थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने अपनी क्षमताओं को परखने और बढ़ाने के लिए 'डमी आईडी' लगाकर खुद को ट्रेंड करने का फैसला किया गया था.
12 जून को लगाए गए थे 15 डमी आईईडी
दरअसल, एक अपराध समीक्षा बैठक में विशेष पुलिस आयुक्त हरगोबिंदर सिंह धालीवाल ने पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के सामने इस तरह के नकली घुसपैठ अभ्यास करने की आवश्यकता के बारे बताया था. बता दें कि इस दौरान दिल्ली के जिलों में 15 डमी आईडी का पहला बैच 12 जून को लगाया गया था. जिनमें से 10 का पता चल पाया था. 10 में से दो का पता जनता ने लगाया था. तीन का पता सुरक्षा गार्डों द्वारा लगाया गया था. इसके साथ ही पांच अन्य का पता स्थानीय पुलिस द्वारा लगाया गया था.
28 जून को लगाए गए डमी आईडी में 13 मिले
विशेष पुलिस आयुक्त हरगोबिंदर सिंह धालीवाल ने पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को यह भी बताया कि 28 जून को फिर से दिल्ली के सभी जिलों में 15 डमी आईईडी का एक और बैच लगाया गया था. जिसमें से केवल तेरह का पता चल पाया था. एक अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस बैच द्वारा खुले तौर पर आईईडी लगाए गए थे. जो फूलदान, माल, कूड़ेदान के पास, पालिका बाजार के गेट के बाहर लगाए गए थे लेकिन इनमें से केवल 13 का पता चल पाया.
की जाए जा रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे और मेट्रो स्टेशनों की जांच
इसके बाद पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना हरगोबिंदर सिंह धालीवाल को यह निर्देश दिया कि पुलिस रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे और मेट्रो स्टेशनों पर सतर्कता अभियान चलाकर आम नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करे. बता दें कि स्पेशल सेल ने महीने में दो बार इस तरह का अभियान चलाने का फैसला किया था लेकिन अभी एक महीने में एक बार आयोजित करने की योजना बना रहे हैं.बता दें कि पिछले महीने डीसीपी इंगित प्रताप सिंह द्वारा एक पत्र में पैगंबर मोहम्मद के मुद्दे पर हो रही हिंसा के अलावा अल-कायदा के द्वारा आत्मघाती हमलों की धमकी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पुलिस कर्मियों को निर्देश देने की बात कही थी. जिसमें उन्होंने आतंकवादी हमले और योजनाओं को विफल करने के लिए पुलिस को जांच करनी चाहिए.